ओडिशा: स्‍कूलों में नहीं थम रहा कोरोना, आदिवासी आवासीय विद्यालय की 26 छात्राएं हुईं कोविड पॉजिटिव

Corona in Schools: अधिकांश छात्राओं में सर्दी और खांसी के लक्षण दिखाई दिए जिसके बाद कोरोना टेस्‍ट किया गया. सभी संक्रमित छात्राओं को संस्थान परिसर में ही आइसोलेशन में रखा गया है और कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग जारी है.

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Corona in Schools: Corona in Schools:

मोहम्मद सूफ़ियान

  • भुवनेश्‍वर,
  • 27 नवंबर 2021,
  • अपडेटेड 3:58 PM IST
  • आवासीय विद्यालय की 26 छात्राएं संक्रमित पाई गई हैं
  • ओडिशा में इसी सप्‍ताह स्‍कूलों में संक्रमण फैल चुका है

Corona in Schools: ओड़‍िशा में ऑफ़लाइन क्‍लासेज़ के फिर से शुरू होने और स्कूलों के खुलने के बाद से स्‍टूडेंट्स के बीच कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं. राज्‍य के सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल के 53 छात्र और मेडिकल कॉलेज के अन्य 29 छात्रों के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद आज (शनिवार) यानी 27 नवंबर को मयूरभंज जिले के चमकपुर आदिवासी आवासीय स्‍कूल की 26 छात्राएं Covid​​​​-19 पॉजिटिव पाई गई हैं. अधिकांश छात्राओं में सर्दी और खांसी के लक्षण दिखाई दिए जिसके बाद कोरोना टेस्‍ट किया गया. सभी संक्रमित छात्राओं को संस्थान परिसर में ही आइसोलेशन में रखा गया है और कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग जारी है.

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तहसीलदार, करंजिया उप-जिला मजिस्ट्रेट रजनीकांत बिस्वाल ने इंडिया टुडे को बताया कि जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर है. डॉक्टरों की टीम छात्राओं की निगरानी कर रही है, दवाएं दी जा रही हैं, एम्बुलेंस स्टैंडबाय पर हैं. अगर स्थिति बिगड़ती है तो छात्रों को DHH अस्पताल में शिफ्ट कर दिया जाएगा. क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है और स्कूल परिसर को दिन में दो बार सैनिटाइज किया जा रहा है.

इसके अलावा, स्कूल के सभी 300 छात्रों का आज कोविड-19 परीक्षण कोविड सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत किया गया. स्कूल में 20 कर्मचारियों के साथ कुल 259 स्‍टूडेंट्स हैं. करंजिया उप समाहर्ता ठाकुरमुंडा बीडीओ तहसीलदार व चिकित्सकों की टीम भी स्थिति का जायजा लेने स्कूल पहुंच गई है. 

सुंदरगढ़ में एक सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल के 53 छात्रों और संबलपुर में विम्सर मेडिकल कॉलेज के अन्य 29 छात्रों को 22 नवंबर को कोरोना संक्रमित पाया गया था. इसके बाद ओडिशा सरकार के सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के निदेशक निरंजन मिश्रा ने मंगलवार को फ्लू जैसे लक्षण वाले स्कूली छात्रों को ऑफलाइन कक्षाओं में जाने से परहेज करने की सलाह दी थी. उन्होंने यह भी कहा कि कॉलेज के छात्रों की तुलना में स्कूली छात्र संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं क्योंकि बड़ी उम्र के अधिकांश छात्रों को वायरस के खिलाफ टीका लगाया जा चुका है.

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