69000 शिक्षक भर्ती मामले में अभ्यर्थियों का गुस्सा फूटा, अचानक पहुंचे मंत्री आवास

प्रदर्शनकारियों का कहना है कि इस मामले की सुनवाई पिछले एक साल से सुप्रीम कोर्ट में अटकी हुई है क्योंकि सरकार की ओर से कोई वकील कोर्ट में पेश नहीं हो रहा.

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लखनऊ में 69000 शिक्षक भर्ती मामले को लेकर अभ्यर्थियों ने बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह के आवास पर अचानक प्रदर्शन किया. ( Photo: India Today) लखनऊ में 69000 शिक्षक भर्ती मामले को लेकर अभ्यर्थियों ने बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह के आवास पर अचानक प्रदर्शन किया. ( Photo: India Today)

संतोष शर्मा

  • नई दिल्ली,
  • 25 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 12:47 PM IST

लखनऊ में 69000 शिक्षक भर्ती मामले को लेकर अभ्यर्थियों ने बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह के आवास पर अचानक पहुंचकर प्रदर्शन किया. अभ्यर्थियों का कहना है कि इस मामले की सुनवाई पिछले एक साल से सुप्रीम कोर्ट में अटकी हुई है, क्योंकि सरकार की ओर से कोई वकील कोर्ट में पेश ही नहीं हो रहा.

उनकी शिकायत है कि सरकार सुनवाई टाल रही है और उनकी परेशानी की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही. 1 साल से सुप्रीम कोर्ट में सरकार की तरफ से सुनवाई पर वकील खड़ा नहीं होने के चलते नहीं हो पा रही सुनवाई.

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एक साल से कोर्ट के दरवाजे खटखटा रहे
प्रदर्शन कर रहे उम्मीदवारों ने बताया कि वे एक साल से कोर्ट के दरवाजे खटखटा रहे हैं, लेकिन जब सरकार की तरफ से कोई वकील ही नहीं खड़ा होता, तो सुनवाई आगे कैसे बढ़े? नाराज अभ्यर्थियों ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार जल्द कदम नहीं उठाती, तो वे बिहार के गांव-गांव जाकर लोगों को बताएंगे कि उत्तर प्रदेश की सरकार दलित विरोधी है.

उन्होंने कहा कि सरकार दलितों से वोट तो लेती है, लेकिन उनके हक के लिए अदालत में खड़ा होने तक की जहमत नहीं उठाती. प्रदर्शन के दौरान उम्मीदवारों ने मांग की कि सरकार तुरंत सुप्रीम कोर्ट में वकील नियुक्त करे और सुनवाई शुरू करवाए, ताकि सालों से अटके इस मामले में न्याय मिल सके.

नाराज अभ्यर्थियों ने किया ऐलान
नाराज़ उम्मीदवारों ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने जल्द कदम नहीं उठाया, तो वे बिहार के गांव-गांव जाकर लोगों को बताएंगे कि यूपी सरकार दलित विरोधी है — जो वोट तो लेती है, लेकिन न्याय नहीं देती. 1 साल से 69000 शिक्षक भर्ती मामले में सरकारी वकील खड़ा नहीं होने पाने के चलते नहीं हो पा रही सुनवाई.

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