96 फीसदी छात्रों ने लॉकडाउन में कॉलेज फीस को माना अनुचित, फीस वापसी की भी मांग- रिपोर्ट

लगभग 82 प्रतिशत छात्रों ने कहा कि उन्हें पिछले तीन सेमेस्टर की फीस का भुगतान करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, जबकि 87 प्रतिशत ने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय को छात्रों के टीकाकरण की जिम्मेदारी लेनी चाहिए. सर्वेक्षण में पाया गया कि 77 प्रतिशत इस बात से सहमत थे कि ऑनलाइन मोड शिक्षा का एक समान तरीका नहीं हो सकता.

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DU Reopen: DU Reopen:

aajtak.in

  • नई दिल्‍ली,
  • 08 अगस्त 2021,
  • अपडेटेड 1:52 PM IST
  • छात्रों की कैंपस खोलने की भी मांग है
  • छात्रों ने फीस लौटाने की मांग की है

DU Reopen: जुलाई में AISA द्वारा सर्वे में दिल्ली विश्वविद्यालय के 1,000 छात्रों में से 96 प्रतिशत ने माना कि कॉलेजों द्वारा कोरोना लॉकडाउन के दौरान ली गई फीस "अनुचित" थी, जबकि 97 प्रतिशत ने फीस वापसी की भी मांग की है. अखिल भारतीय छात्र संघ के सर्वे में यह भी पाया गया कि 14 प्रतिशत छात्रों ने इस अवधि के दौरान अपने परिवारों में कमाने वाले सदस्यों को खो दिया है.

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लगभग 82 प्रतिशत छात्रों ने कहा कि उन्हें पिछले तीन सेमेस्टर की फीस का भुगतान करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, जबकि 87 प्रतिशत ने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय को छात्रों के टीकाकरण की जिम्मेदारी लेनी चाहिए. सर्वेक्षण में पाया गया कि 77 प्रतिशत इस बात से सहमत थे कि ऑनलाइन मोड शिक्षा का एक समान तरीका नहीं हो सकता.

05 अगस्त को, दिल्ली विश्वविद्यालय ने साइंस स्‍ट्रीम के छात्रों के लिए कैंपस को फिर से खोलने की घोषणा करते हुए नोटिस जारी किया था जिसे बाद में टाल दिया गया था. इसमें AISA का कहना था कि छात्रों के लिए कैंपस खोले जाने चाहिए मगर यह इस तरह से किया जाना चाहिए कि सभी छात्रों और स्‍टाफ की सुरक्षा सुनिश्चित हो.

AISA ने मांग की है कि DU प्रशासन कैंपस को फिर से खोलने के लिए एक दिशानिर्देश जारी करे और कॉलेज फिर से खोलने के 10 दिनों के भीतर परिसर में सभी छात्रों का टीकाकरण करने के कार्यक्रमों को शामिल करे. साथ ही कोरोना के मामलों में चिकित्सा सहायता सुनिश्चित भी करे. यह मांग की गई है कि टीकाकरण और मेडिकल सहायता केंद्र होने चाहिए.

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यह भी मांग की गई है कि कॉलेजों को लौटने वाले सभी छात्रों के लिए आवास सुनिश्चित करना चाहिए, जिसमें खाली छात्रावासों में जगह और किराया नियंत्रण शामिल है. इसके अलावा पिछले तीन सेमेस्टर में ली गई सभी फीस वापस की जानी चाहिए. JNU छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने भी ट्वीट कर मांग उठाई है कि दिल्ली में फिर से कॉलेज कैंपस खोले जाएं और शिक्षण शुरू किया जाए.

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