कोरोना वैक्सीन आने के बाद अभिभावकों और छात्रों में एक उम्मीद बंधी है. अब एक बार फिर जूनियर स्कूलों को खोलने की तैयारी है. पंजाब में जहां प्राइमरी स्कूल खुल रहे हैं. वहीं हरियाणा मणिपुर और कुछ अन्य राज्यों में छठी से 8वीं या नौवीं तक स्कूल खुल रहे हैं. जानें कौन सा राज्य किस तैयारी के साथ स्कूल खोल रहा है.
पंजाब के स्कूली शिक्षा विभाग ने 27 जनवरी से राज्य के सभी स्कूलों में प्राइमरी क्लासेज शुरू करने का फैसला लिया है. राज्य में पांचवीं से 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए स्कूल इस महीने की शुरुआत में ही खुल चुके हैं. शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला ने एजेंसी को दिए एक बयान में कहा कि अभिभावकों की मांग पर सरकार ने 27 जनवरी से सभी स्कूलों में प्राथमिक कक्षाएं शुरू करने का फैसला लिया है.
वहीं हरियाणा राज्य के स्कूल 01 फरवरी से कक्षा 6 से 8 के लिए फिर से खुलेंगे. एजेंसी के अनुसार, राज्य शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने बुधवार को जानकारी दी है कि 6ठीं से 8वीं के छात्रों की कक्षाएं 01 फरवरी से लगेंगी और प्राथमिक कक्षाओं (1 से 5) को शुरू करने का निर्णय 15 फरवरी के बाद लिया जाएगा.
उत्तराखंड में भी कक्षा 6 से 11 तक के सभी छात्र छात्राओं के लिए एक फरवरी से स्कूल खुल जाएंगे. इसे लेकर शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने अधिकारियों की बैठक लेते हुए जल्द प्रस्ताव कैबिनेट को भेजने के निर्देश दे दिए हैं.
मणिपुर सरकार की कैबिनेट ने 27 जनवरी से कक्षा 9 और उससे ऊपर के मानकों से स्कूलों की कक्षाएं फिर से खोलने का निर्णय लिया है. COVID-19 महामारी के कारण हुए पढ़ाई के नुकसान की भरपाई सप्लीमेंट्री कक्षाओं के जरिये की जाएगी. शिक्षा विभाग ने सख्त SOP के साथ कक्षाएं फिर से शुरू करने की व्यवस्था की है.
हिमाचल प्रदेश सरकार ने भी राज्य के स्कूलों को 1 फरवरी से फिर से खोलने का फैसला किया है. सरकार ने कोविड-19 महामारी को ध्यान में रखते हुए अगले महीने से कड़े प्रोटोकॉल के साथ स्कूलों को आंशिक रूप से खोलने का निर्णय लिया है.
बिहार में पहले आठवीं कक्षा तक के स्कूल फिर से खोलने को लेकर 25 जनवरी के बाद राज्य में स्थिति का आकलन करने के बाद फैसला लिया जाएगा. राज्य सरकार ने अब तक 27 जिलों में स्थिति का आकलन किया है और पाया है कि बड़ी संख्या में छात्रों ने COVID -19 के डर से अपनी कक्षाओं को फिर से शुरू नहीं किया है.
तेलंगाना में स्कूल और कॉलेज 1 फरवरी, 2021 से फिर से खुलेंगे. लेकिन यहां स्कूल 9 और ऊपर की कक्षाओं के लिए ही खुलेंगे और कॉलेजों में इंटर और डिग्री कक्षाएं भी उसी दिन फिर से शुरू होंगी. सरकार ने अभी तक प्राइमरी या जूनियर कक्षाओं को लेकर कोई फैसला नहीं किया है.
हर राज्य ने अनिवार्य तौर पर लागू किए हैं ये नियम
बच्चे अपने पेरेंट्स की लिखित सहमति से ही स्कूल में कक्षाएं ले सकेंगे
सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखने के लिए स्कूलों में एक दिन में केवल 50 प्रतिशत ही छात्र स्कूल जाएंगे.
हरहाल में स्कूल कैंपस में मास्क पहनना अनिवार्य होगा.
बच्चों को स्कूल में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन जरूर करना होगा.
स्कूल परिसर में प्रवेश से पहले टीचर्स, कर्मचारियों और स्टूडेंट का थर्मल गन के जरिये टेंप्रेचर चेक किया जाएगा. स्कूलों में हरहाल में सेनिटाइजर उपलब्ध कराया जाएगा. कक्षाएं पूरी तरह सेनिटाइज की जाएंगी.
नहीं मिलेगी स्कूल में एंट्री
यदि माता पिता की ओर से इजाजत नहीं है
मास्क नहीं पहना है
बुखार-खांसी या कोरोना के अन्य लक्षण हैं