क्या जानवर भी होते हैं गे या लेस्बियन? कुछ ऐसी होती है इन समलैंगिक कपल्स की दुनिया

आज के समय में युवा पीड़ी अपने संबंधों को लेकर खुलकर बात कर रही है. फिर चाहे वे होमोसेक्शुअल ही क्यों न हो. लेकिन क्या आपने ये सोचा है कि जानवरों में भी इस तरह का व्यवहार देखने को मिलता है.

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जानवरों में भी पाए जाते हैं समलैंगिकता का व्यवहार. जानवरों में भी पाए जाते हैं समलैंगिकता का व्यवहार.

aajtak.in

  • नई दिल्ली ,
  • 27 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 3:05 PM IST

हाल ही में लॉस एंजेलिस में एक डिजाइनर माइकल श्मिट की ओर से Wool Survive के नाम से निटवियर का एक कलेक्शन प्रस्तुत किया गया था. इस कलेक्शन ने दुनियाभर के लोगों का ध्यान इसलिए ज्यादा आकर्षित किया क्योंकि यह निटवियर समलैंगिक भेड़ों के पहले झुंड के ऊन से बनाए गए थे.

इस कलेक्शन को जर्मनी के डिजाइनर माइकल श्मिट ने लॉन्च किया है. उन्होंने न्यूयॉर्क फैशन शो में समान लिंग वाले साथी को पसंद करने वाले भेड़ों से बनी ऊन का प्रदर्शन किया जिसे देख हर किसी के मन में यहीं सवाल उठ रहे हैं कि आखिर क्या इंसानों के साथ-साथ जानवरों में भी समलैंगिक कपल होते हैं. 

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इन जोड़ों को नहीं किया जाता है स्वीकार

जिस तरह से समाज में समलैंगिक जोड़ों को स्वीकार नहीं किया जाता, उसी तरह ही जानवरों के समलैंगिक होने पर उन्हें मार दिया जाता है, जो पहली बार सुर्खियों में आए हैं. 

इस चीज ने श्मिट को किया प्रेरित 

इस तरह की घटना लगातार बढ़ती जा रही हैं, जिसने डिजाइनर माइकल श्मिट को सेक्स-पॉजिटिव धागे बनाने के लिए प्रेरित किया, जिससे समलैंगिक भेड़ की बढ़ती मौत से बचाया जा सके. 

रिपोर्ट में हुआ खुलासा

इस घटना के बाद वैज्ञानिकों ने इस बात का अनुमान लगाया है कि करीब 8 फीसदी भेड़ दूसरे पुरूष भेड़ की ओर आकर्षित होते हैं. माइकल के उद्देश्य केवल इन भेड़ों को बचाने पर केंद्रित है.

जानवर समलैंगिक संबंध क्यों बनाते हैं?

साल 1960 में ऑस्ट्रिया के नोबेल पुरस्कार विजेता जूलॉजिस्ट कोनराड लॉरेंज ने 1500 से अधिक जानवरों पर कई तरह के शोध किए थे. उनके रिसर्च के मुताबिक 450 प्रजातियों के जीव समलैंगिक होते हैं, जो एक बड़ा खुलासा था. 

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अलग-अलग तरीके से होते हैं समलैंगिक व्यवहार 

पालतू जानवरों में समलैंगिक व्यवहार की बात करें तो यह हार्मोन से जुड़ी परेशानी की वजह से होता है. जानवरों पर रिसर्च कर रहे कई एक्सपर्ट्स ऐसा मानते हैं कि हार्मोन की वजह से ऐसा होता है. कुत्ते और गाय जैसे पालतू जानवरों में हार्मोन से जुड़े बदलाव यानी मीडिएटेड डिसऑर्ड के चलते उनमें होमोसेक्शुअलिटी देखी जाती है. 

जंगली जानवरों में भी पाई जाती है समलैंगिकता 

खास बात ये है कि जंगली जानवर जैसे कि शेरनी और हाथी जैसे जानवरों में भी समलैंगिकता पाई जाती है. जिराफ के 10 में से 9 जोड़े समलैंगिक होते हैं. चिम्पैंजी की बोनोबो प्रजाति में 60 प्रतिशत सदस्य समलैंगिक होते हैं. इनमें दो मादाओं के बीच संबंध होता  है.

शेर नहीं होते हैं इस प्रजाति में शामिल 

एक रिपोर्ट के मुताबिक जंगल का राजा शेर में इस तरह का व्यवहार नहीं पाया जाता है. एक नर शेर दूसरे नर शेयर के साथ संबंध नहीं बनाते हैं ऐसा इसलिए क्योंकि वह बेहद आलसी होते हैं और अपने दल से अलग-थलग रहते हैं. लेकिन वहीं अगर शेरनी की बात करें तो ये लेस्बियन होती हैं. जानवरों में भी गे और लेस्बियन पाए जाते हैं. 

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