Valentine Day 2022: कभी इस दिन होती थी महिलाओं की पिटाई, जानें कैसे शुरू हुआ वैलेंटाइंस डे

Valentines Day 2022: वैलेंटाइन डे की शुरुआत प्राचीन रोम में हुई थी, जब 13 फरवरी से 15 फरवरी तक लुपर्केलिया का पर्व मनाया जाता था. इन दिनों पुरुषों द्वारा एक बकरी और एक कुत्ते की बलि दी जाती थी और फिर महिलाओं को इन बलि किए गए जानवरों की खाल से पीटा जाता था.

Advertisement
Valentines Day/ Lupcarlia Festival (Image Source: Social Media) Valentines Day/ Lupcarlia Festival (Image Source: Social Media)

aajtak.in

  • नई दिल्‍ली,
  • 14 फरवरी 2022,
  • अपडेटेड 1:27 PM IST
  • कभी इस दिन होती थी महिलाओं की पिटाई
  • लॉटरी से की जाती थी मैच-मेकिंग

Valentines Day 2022 Google Doodle: प्रेम मनुष्‍य का सबसे खास इमोशन है और यही संसार की पहली भाषा भी. फरवरी का महीना इस प्रेम को डेडिकेट किया जाता है. फरवरी का दूसरा सप्‍ताह हर साल वैलेंटाइन वीक (Valentine Week) के रूप में दुनियाभर में मनाया जाता है. आज 14 फरवरी को वैलेंटाइंस डे है. गूगल (Google) ने भी अपने खास डूडल (Doodle) की मदद से इसे और खास बनाने की कोशिश की है. वैलेंटाइन डे स्पेशल डूडल वीडियो में एक गेम के जरिए दो प्‍यार में डूबे खरगोशों को पास आते दिखाया गया है.

Advertisement

डूडल में Google शब्‍द के अक्षर टूटे-फूटे हैं, जिसके चलते दोनों बनी आपस में मिल नहीं पा रहे. आपको डूडल के नीचे दी गई मशीनरी की मदद से शब्‍द के सभी अक्षरों को ठीक से जोड़ना है. यह बेहद मजेदार है. डूडल को शेयर करने का बटन भी साथ ही लाइव है. आप इसे एक क्लिक में ट्विटर या फेसबुक पर अपने दोस्‍तों या पार्टनर को शेयर कर सकते हैं.

क्‍या है वैलेंटाइन डे का इतिहास?
ऐसा माना जाता है कि वैलेंटाइंस डे की शुरुआत प्राचीन रोम में हुई थी, जब 13 फरवरी से 15 फरवरी तक लुपर्केलिया का पर्व मनाया जाता था. इन दिनों पुरुषों द्वारा एक बकरी और एक कुत्ते की बलि दी जाती थी और फिर महिलाओं को इन बलि किए गए जानवरों की खाल से पीटा दिया जाता था. ऐसा माना जाता था कि इससे महिलाओं की जनन क्षमता बेहतर होती है.

Advertisement

इस महोत्सव के दौरान मैच-मेकिंग लॉटरी भी निकाली जाती थी. पुरुष एक जार से महिलाओं के नाम निकालते थे और जिसका नाम जार से निकलता था उस महिला के साथ कपल बन जाते थे. लुपर्केलिया का पर्व तीसरी शताब्दी ईस्वी में वेलेंटाइन डे के रूप में बदल गया. 

सम्राट क्लॉडियस द्वितीय ने संत वेलेंटाइन को फांसी देने का आदेश दिया था. संत वैलेंटाइन एक पादरी थे जिन्‍होंने इसाई जोड़ों को शादी करने में मदद की थी. सम्राट क्लॉडियस द्वितीय पुरुषों के विवाह के खिलाफ था और आदेश दिया कि संत वैलेंटाइन का सिर कलम कर दिया जाना चाहिए. उन्‍हें 14 फरवरी को फांसी दी गई. यह भी कहा जाता है कि जब सेंट वैलेंटाइन जेल में थे, उन्होंने जेलर की अंधी बेटी की देखभाल की और उसे एक कार्ड भी लिखा, जिस पर लिखा था, 'फ्रॉम योर वैलेंटाइन'.

5वीं शताब्दी में, पोप गेलैसियस ने लुपर्केलिया के मूर्ति पूजन के अनुष्ठानों बहिष्‍कार किया और इसे सेंट वैलेंटाइन डे के साथ जोड़ दिया. पुराना पर्व नया त्योहार बन गया. जेफ्री चौसर और विलियम शेक्सपियर जैसे लोकप्रिय कवियों ने भी प्यार और जुनून के बारे में मीठी बातें लिखकर इस दिन को लोकप्रिय बनाना शुरू किया. आज भी पूरी दुनिया में यह दिन प्‍यार के इज़हार के दिन के रूप में मनाया जाता है.

Advertisement

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement