CUET 2022 Notification: कॉलेजों में ग्रेजुएट कोर्सेज़ में एडमिशन के लिए बढ़ते कट-ऑफ से निजात दिलाने के लिए अब राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत एक कॉमन एंट्रेस टेस्ट आयोजित करने का निर्णय लिया गया है. इसके लिए UGC ने नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है. इस नई व्यवस्था को लेकर छात्रों के मन में अभी भी कई सवाल हैं. आइये जानते हैं अब कॉलेजों में कैसे एडमिशन पाएंगे छात्र-
- कॉलेजों में एडमिशन अब 12वीं के बोर्ड रिजल्ट के बजाय एक कॉमन एंट्रेस टेस्ट (CUET) से होगा.
- CUET के अलावा यूनिवर्सिटी अपने स्तर पर 12वीं के नंबरों का न्यूनतम कट-ऑफ तय कर सकेगी.
- कुछ यूनिवर्सिटीज़ में एडमिशन का कट-ऑफ 100 फीसदी तक होता था. ऐसे में CUET पूरे देश के स्टूडेंट्स को एक प्लेइंग ग्राउंड उपलब्ध कराएगा.
- कॉमन एंट्रेस टेस्ट मल्टिपल च्वाइस (MCQ) और कम्प्यूटर आधारित होगा.
- 12वीं के NCERT के सिलेबस पर आधारित होगी परीक्षा.
- छात्रों के जनरल एप्टिट्यूड और रीज़निंग स्किल की भी परीक्षा होगी.
- नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) परीक्षा का 13 भाषाओं में आयोजन करेगी.
- इसके आधार पर दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) या JNU में दाखिले मिलेंगे. स्टेट यूनिवर्सिटी भी इसे अपना सकती हैं.
- अप्रैल के पहले सप्ताह में आवेदन शुरू होंगे, जुलाई में परीक्षा आयोजित होगी.
- यूनिवर्सिटीज़ के अलग-अलग एंट्रेस एग्जाम खत्म होंगे जिससे एडमिशन की प्रकिया आसान होगी.
एक्सपर्ट्स का मानना है कि एक कॉमन एंट्रेस टेस्ट कराना एक अच्छा कदम है. इससे छात्रों की यह पुरानी भ्रांति खत्म होगी कि अच्छे नंबर ही काबिलियत का पैमाना हैं. बच्चे बोर्ड एग्जाम में ज्यादा नंबर लाने की बजाय लर्निंग पर ज्यादा ज़ोर देंगे. कॉमन एग्जाम से पूरे देश के बच्चों को अच्छे से अच्छे कॉलेजों में एडमिशन पाने का मौका मिलेगा.
aajtak.in