बांग्लादेश में अस्थिरता बढ़ने के बीच अमेरिकी दूतावास ढाका ने अपने नागरिकों के लिए देशव्यापी सुरक्षा चेतावनी जारी की है. चेतावनी में कहा गया है कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन भी हिंसक हो सकते हैं. इसलिए बड़ी भीड़ और प्रदर्शन स्थलों से दूर रहें. यह चेतावनी युवा नेता शरीफ उस्मान हादी के पार्थिव शरीर के ढाका पहुंचने के साथ आई है.
हादी की मौत के बाद शनिवार को बड़े प्रदर्शन और प्रार्थना सभाओं की योजना है, जिससे कानून-व्यवस्था बिगड़ने का खतरा है. अमेरिकी नागरिकों को सतर्क रहने और स्थानीय मीडिया पर नजर रखने की सलाह दी गई है.
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शरीफ उस्मान हादी पिछले साल जुलाई क्रांति के प्रमुख नेता थे. 12 दिसंबर को उन पर गोली चलाई गई थी. सिंगापुर में इलाज के दौरान 18 दिसंबर को उनकी मौत हो गई. उनके पार्थिव शरीर को 19 दिसंबर को ढाका लाया गया. शनिवार को संसद भवन के सामने जनाजे की नमाज और बड़े प्रदर्शन होने वाले हैं. इससे पहले ही प्रदर्शनकारियों ने मीडिया हाउसों पर हमले किए और आग लगाई.
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भारत इस स्थिति पर करीबी नजर रख रहा है. चटगांव में भारतीय सहायक उच्चायोग पर पत्थरबाजी हुई. प्रदर्शनों में भारत विरोधी नारे लगे. सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि बांग्लादेश में कट्टरपंथी तत्व सक्रिय हैं, जो अशांति का फायदा उठा सकते हैं. भारतीय दूतावास और मिशन हाई अलर्ट पर हैं. भारत और बांग्लादेशी अधिकारियों के बीच समन्वय चल रहा है.
बांग्लादेश में स्थिरता भारत के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है. दोनों देशों के बीच गहरे लोगों के रिश्ते, सीमा सुरक्षा और कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट हैं. कोई बड़ी अशांति क्षेत्रीय सुरक्षा को प्रभावित कर सकती है. भारत राजनयिक स्तर पर संपर्क बनाए रखते हुए भारतीय नागरिकों और संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर जोर दे रहा है. आने वाले दिनों में सतर्कता और तैयारी मुख्य प्राथमिकता रहेगी.
शिवानी शर्मा