साउथ अफ्रीका में एक खौफनाक सीरियल रेपिस्ट को पकड़ा गया है. इस सीरियल रेपिस्ट की उम्र तो महज 28 साल है, लेकिन पांच साल के अंतराल में उसने 40 लोगों को अपनी हवस का शिकार बना डाला. उसकी हवस का शिकार होने वाली पीड़िताओं में 46 साल की महिला से लेकर 11 साल तक बच्चियां भी शामिल हैं.
उसे साउथ अफ्रीका के इतिहास में उसे सबसे खतरनाक दरिंदे के तौर पर देखा जा रहा है. इस दरिंदे पर रेप के 40 केस दर्ज हैं. हालांकि कुल मिलाकर उस पर 67 केस हैं, जिसमें घातक हमला करने, लूट और रेप की मंशा से घर में तोड़-फोड़ करने, लूटपाट करने और चोरी करने मामले शामिल हैं. यह हैवान साउथ अफ्रीका के ईस्टर्न केप राज्य के एलिस शहर में स्थित फोर्ट हेयर यूनिवर्सिटी से शिक्षा प्राप्त है.
लेकिन इस हैवान ने अपने यूनिवर्सिटी तक को अपनी दरिंदगी से हिला डाला. उसने 2012 से 2013 के बीच युनिवर्सिटी कैंपस के अंदर कम से कम 6 छात्राओं को अपनी हवस का शिकार बनाया. डीएनए टेस्ट में भी उसकी इस हैवानियत की पुष्टि हो चुकी है. ग्राहम्सटाउन हाई कोर्ट में उसके खिलाफ मुकदमा चल रहा है.
अगर वह मुकदमे में इन सभी आरोपों में दोषी पाया जाता है तो उसे साउथ अफ्रीका के इतिहास के सबसे खतरनाक सीरियल रेपिस्ट के तौर पर सजा सुनाई जाएगी. दरिंदे ने अधिकतर ईस्टर्न केप के सुदूरवर्ती जिलों में अपनी हैवानियत भरी घटनाओं को अंजाम दिया. एलिस के अलावा उसने बाथर्स्ट, ड्यूटायवा और विलोवेल में इन घटनाओं को अंजाम दिया.
कुछ पीड़िताओं का शिकार तो इसने वेस्टर्न केप और नॉर्थ वेस्ट राज्यों में जाकर किया. न्यूज वेबसाइट 'sowetanlive.co.za' के अनुसार, सीरियल रेपिस्ट के खिलाफ अगली सुनवाई 14 दिसंबर को होनी है, जब उसे साउथ अफ्रीका के इतिहास की सबसे कठोर सजा सुनाई जा सकती है.
आशुतोष कुमार मौर्य