उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के कुंडा क्षेत्र के निर्दलीय बाहुबली विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के महल से करीब 14 साल पहले जब्त किए गए कीमती आभूषण आयकर विभाग से हरी झांडी मिलने के बाद उनके पिता के सुपुर्द कर दिए गए हैं.
अपर जिलाधिकारी सोमदा मौर्य ने बताया कि जिलाधिकारी के आदेश पर वरिष्ठ कोषाधिकारी दीपक बाबू ने एक करोड़ सात लाख पचपन हजार दो सौ बहार रुपये (1,07,55,272) रुपये के आभूषण कुंवर उदय प्रताप सिंह की सुपुर्दगी में दे दिए हैं.
बताते चलें कि दिसंबर 2002 में तत्कालीन मायावती सरकार के कार्यकाल में बाहुबली विधायक राजा भैया और उनके पिता के खिलाफ बसपा नेता राजा बुंदेला की शिकायत पर लखनऊ के हजरतगंज थाने में धमकी देने का मुकदमा दर्ज हुआ था.
इसके बाद पुलिस ने 25 जनवरी 2003 को भदरी राजमहल पर छापामार कार्वाई करते हुए एके 56 राइफल बरामद किया था और उदय प्रताप सिंह को गिरफ्तार कर लिया था. इसके साथ ही महल से सोने, चांदी, हीरे और पन्ना के आभूषण जब्त कर लिए गए.
इस मामले में राजा भैया, उनके पिता और समर्थकों पर आतंकवाद नियंत्रण कानून पोटा के तहत कार्रवाई की गई थी. सपा सरकार आने के बाद उनके केस वापस ले लिए गए. करीब 28 माह जेल में रहने के बाद राजा भैया और उनके पिता को रिहा कर दिया गया.
अपर जिलाधिकारी मौर्य ने बताया कि बरामद आभूषणों को लेकर तब से आयकर के अधीन मामला चल रहा था. इस मामले का निर्णय राजा भैया के पक्ष मे आने के बाद जिलाधिकारी के आदेश पर कोषाधिकारी ने आभूषण उनके पिता उदय सिंह की सुपर्द कर दिए.
मुकेश कुमार