रेवाड़ी गैंगरेप के फरार दोनों दरिंदों को SIT ने 11 दिन बाद दबोचा

बता दें कि इस मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा गठित कमेटी द्वारा जांच के बाद तैयार की गई रिपोर्ट के मुताबिक रेवाड़ी पुलिस ने मामले में ढीला रवैया अपनाया. जिससे आरोपियों को मदद मिली.

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आरोपी मनीष और पंकज आरोपी मनीष और पंकज

विवेक पाठक

  • रेवाड़ी,
  • 23 सितंबर 2018,
  • अपडेटेड 1:28 PM IST

रेवाड़ी गैंगरेप में बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए पुलिस ने देर रात महेंद्रगढ़ के सतनाली से पंकज और मनीष नाम के दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. गैंगरेप के मास्टर माइंड नीशू को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है.

गैंगरेप को अंजाम देने वाले इन दोनों दरिंदों को मामले की जांच कर रही SIT की टीम ने देर रात महेंद्रगढ़ के सतनाली से गिरफ्तार किया है.

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बता दें कि 12 सितंबर को तीनों आरोपियों ने छात्रा का उस समय अपहरण कर लिया था जब वो कोचिंग जाने के लिए घर से निकली थी. इसके बाद लड़की को नशीला पदार्थ पिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया गया. गैंगरेप के बाद आरोपी, पीड़ित लड़की को महेंद्रगढ़ के एक बस स्टैंड पर अचेत स्थिति में छोड़ गए थे. इस मामले में पिछले रविवार को पुलिस ने तीन मुख्य आरोपियों में से एक नीशू को गिरफ्तार कर लिया था.

मालूम हो कि इस घटना का मुख्य आरोपी पंकज सेना का जवान है. पंकज की शादी 6 महीने पहले ही हुई थी. वह कोटा में पोस्टेड था और छुट्टियों में घर आया था. पंकज ने 2 साल पहले ही सेना में भर्ती हुआ था.  

इस मामले में पहले दो आरोपियों दीनदयाल और डॉक्टर संजीव को गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तार किया गया आरोपी दीनदयाल उस ट्यूबवेल का मालिक है जहां इस घटना को अंजाम दिया गया. वहीं डॉक्टर संजीव पीड़िता को प्राथमिक उपचार देने पहुंचा था.

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इसके अलावा रेवाड़ी के महिला पुलिस स्टेशन की एसआई हरिमणि को भी डीजीपी बीस संधू ने सस्पेंड कर दिया था. हरिमणि पर आरोप है कि जब पीड़िता शिकायत करने थाने पहुंची तब उसने केस दर्ज करने से मना कर दिया था.

इस मामले में कार्रवाई करते हुए खट्टर सरकार ने रेवाड़ी के एसपी का ट्रांसफर कर दिया था. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपनी सुरक्षा में तैनात राहुल शर्मा को रेवाड़ी एसपी की जिम्मेदारी सौंपी.

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