झारखंड में ट्रैफिक पुलिस के एक डीएसपी को राज्य के मंत्री सी.पी. सिंह ने खुलेआम वर्दी उतरवाने की धमकी दे डाली. मंत्री जी अपने चहेते शख्स का चालान काटे जाने से नाराज होकर कथित शख्स की पैरवी करने वहां पहुंचे थे. मामले के तूल पकड़ते ही मंत्री जी के सुर बदल गए और मंत्री जी खुद पर लगे आरोपों से किनारा करने लगे.
'जानता नहीं मैं कौन हूं'... ट्रैफिक नियमों को तोड़ते हुए पकड़े जाने पर वीआईपी लोगों के रिश्तेदारों और चेले-चपाटों का सबसे पहला जुमला यही होता है. रांची में ऐसे ही रुआब झाड़ने वाले एक शख्स को ट्रैफिक पुलिस के अधिकारियों ने शुक्रवार को अच्छा सबक सिखाया.
ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक, एक युवक बिना हेलमेट पहने बाइक से जा रहा था. तभी पुलिस ने उसे रोक लिया और पुलिसकर्मी युवक का चालान काटने लगे. युवक ने तैश में आकर ट्रैफिक पुलिस के अधिकारियों को मंत्री सी.पी. सिंह के उसके करीबी होने का हवाला दिया. मगर पुलिस अधिकारियों ने उसकी एक न सुनी और चालान काटने लगे.
दरअसल, झारखंड में मुख्यमंत्री रघुबर दास ने सख्त निर्देश दिए हैं कि ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों को बिल्कुल बख्शा नहीं जाए. मुख्यमंत्री ने यहां तक कहा है कि अगर उनका बेटा भी ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करता पाया जाए तो उसका भी चालान काटा जाए.
मगर इसके ठीक उलट झारखंड के नगर विकास मंत्री सी.पी. सिंह तमतमाते हुए अपने चहेते का चालान काटे जाने से नाराज मौके पर पहुंचे और ट्रैफिक पुलिस से भिड़ गए. आग-बबूला मंत्री सी.पी. सिंह ने खुलेआम ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को खूब धमकाया. गुस्साए मंत्री जी ने वहां मौजूद डीएसपी (ट्रैफिक पुलिस) दिलीप खलखो को वर्दी उतरवाने तक की धमकी दे डाली.
मौके पर पहुंची मीडिया को देखते ही मंत्री जी के अचानक सुर बदल गए. कैमरों को देख मंत्री सी.पी सिंह कहने लगे कि नियम सबके लिए बराबर होने चाहिए, लेकिन ट्रैफिक पुलिस का नियम तोड़ने वालों को पकड़ने का तरीका काफी गलत है. ऐसा सलूक तो अपराधियों के साथ किया जाता है.
डीएसपी दिलीप खलखो से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि कथित युवक बिना हेलमेट पहने बाइक चला रहा था. युवक का नियमों के तहत ही चालान काटा गया है. बता दें कि झारखंड में बढ़ते सड़क हादसों की वजह से ट्रैफिक पुलिस इन दिनों नियम-कानूनों पर काफी सख्ती बरत रही है.
गौरतलब है कि पहले भी ट्रैफिक पुलिस कभी 'यमराज' तो कभी 'नारद' अभियानों के जरिए लोगों को जागरूक करती रही है. एक तरफ राज्य में ट्रैफिक नियमों को लेकर मुख्यमंत्री के सख्त निर्देश हैं तो वहीं उन्हीं के एक मंत्री का ऐसा रवैया मुख्यमंत्री के आदेश को ठेंगा दिखाने के लिए काफी है.
धरमबीर सिन्हा / खुशदीप सहगल / राहुल सिंह