दहेज दानवों की कहानी अमूमन आज के समाज में रोज सुनने को मिल जाती हैं, लेकिन दहेज की खातिर बिहार के भागलपुर में एक ऐसी कहानी सुनने को मिली जिसके सुनते ही आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे. अग्नि को साक्षी मानकर जिस पति ने सात फेरे लिए उसने पत्नी के साथ हैवानियत की सारी हदें पार कर दी. हैवानियत ऐसी जिसे सुनकर राष्ट्रीय महिला आयोग के सदस्यों के पैरों के तले की जमीन खिसक गई. पति की प्रताड़ना से परेशान पत्नी एमिटी यूनिवर्सिटी से पढ़ाई छोड़कर अपने माता–पिता के साथ रहने के लिए मजबूर है.
भागलपुर के चुनिहारी मुहल्ले की रहने वाली एमिटी यूनिवर्सिटी में बीएड की पढ़ाई कर रही संगीता (काल्पनिक नाम) की शादी इसी साल 29 जनवरी को भागलपुर के मुन्दीचक के रहने वाले विनय शर्मा से हुई थी. शादी के कुछ दिन बाद से ही विनय और उसके परिवार वालों ने संगीता को दहेज के प्रताड़ित करने लगे. सारी हदे पार करते हुए पति प्रताड़ना के नाम पर पत्नी के साथ अप्राकृतिक यौनाचार करने के लिए मजबूर करता. मना करने पर मारता-पीटता और साथियों के हाथ बेचने के साथ जान से मारने की धमकी भी देता था.
अपने पति की प्रताड़ना से तंग आकर संगीता मायके चली आई, लेकिन विनय ने यहां भी उसका पीछा नहीं छोड़ा. संगीता के घर पर विनय अपने भाई के साथ जाकर रोज धमकी देता. विनय की हरकतों से परेशान संगीता के पिता विनोद शर्मा ने भागलपुर के आदमपुर थाना में मामला दर्ज तो कराया, लेकिन पुलिस कार्रवाई करने बजाए हाथ पर हाथ रखकर बैठी रही. विनय से छुटकारा पाने के लिए संगीता को उसके पिता ने पूना एमिटी यूनिवर्सिटी बीएड करने के लिए भेज दिया. लेकिन विनय संगीता को पूना जाकर भी परेशान करने लगा.
इसके बाद संगीता ने न्याय पाने के लिए राष्ट्रीय महिला आयोग का दरवाजा खटखटाया. राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य सुषमा साहु ने संगीता के साथ हो रहे जुल्म को गंभीरता पूर्वक लेते हुए भागलपुर के डीआईजी को सख्त निर्देश दिए. विनय के साथ कार्रवाई करने के साथ-साथ संगीता को सुरक्षा मुहैया कराने के निर्देश दिए. सुषमा साहु ने कहा कि संगीता अपने पति के साथ रहना नहीं चाहती. संगीता ने जो किस्से विनय शर्मा की सुनायी वो बेहद ही हैरान करने वाली है. तलाक दिलाने की प्रक्रिया भी जल्द शुरु कर दी जाएगी.
मुकेश कुमार / सुजीत झा