बिहार में जेडीयू नेता इकबाल हसन को दबंगई दिखाने के चलते पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. दरअसल पार्किंग को लेकर हुए हंगामे में नेताजी ने अपनी रिवॉल्वर निकालकर दुकान मालिक को धमकाया और दुकान के कर्मचारियो के साथ मारपीट की. मामले के तूल पकड़ते ही इकबाल हसन को पार्टी से निलंबित कर दिया गया है.
मामला बिहार के गया जिले का है. पुलिस के मुताबिक, रविवार को इकबाल हसन ने अपनी गाड़ी एक दुकान के बाहर खड़ी की थी. थोड़ी देर बाद दुकान मालिक का बेटा अरुणाय मुखर्जी अपनी गाड़ी से वहां पहुंचा और इकबाल हसन की गाड़ी के पीछे गाड़ी खड़ी कर सामान उतारने लगा. जिसके बाद इकबाल हसन का ड्राइवर वहां आया और उसने अरूणाय से गाड़ी हटाने को कहा.
अरूणाय ने सामान उतरने तक गाड़ी हटाने से मना कर दिया. फिर क्या था मामले की जानकारी ड्राइवर ने इकबाल हसन को दी और नेताजी तमतमाते हुए वहां पहुंच गए. आरोप है कि इकबाल हसन ने अपनी रिवॉल्वर से अरूणाय मुखर्जी और उसके पिता अनूप मुखर्जी को धमकाया और दुकान के कर्मचारियों के साथ मारपीट की.
सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई वारदात
रिवॉल्वर लहराने और मारपीट करने की यह पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई. दुकान के मालिक अनूप मुखर्जी ने पुलिस को घटना की जानकारी दी और जेडीयू नेता के खिलाफ मामला दर्ज करवाया. दुकान के मालिक अनूप मुखर्जी का कहना है कि आए दिन उनकी दुकान के पास पार्किंग को लेकर विवाद होता रहता है.
इकबाल हसन के आरोपों को नकारा
वहीं इकबाल हसन ने अपने ऊपर लगे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया. इकबाल हसन की माने तो दुकान के मालिक अनूप मुखर्जी की उनसे पुरानी रंजिश है, जिसकी वजह से दुकान मालिक ने उन्हें झूठे मामले में फंसाया है. वहीं इकबाल हसन ने इस मामले में अनूप मुखर्जी के बेटे अरूणाय पर मारपीट और धमकाने के आरोप लगाए.
बचाव में निकाली थी रिवॉल्वर
इकबाल हसन ने कहा कि उन्होंने जब अरूणाय से गाड़ी हटाने को कहा तो वह लोग उनके साथ मारपीट करने लगे. अपने बचाव में उन्होंने रिवॉल्वर निकाली थी. वहीं इकबाल हसन की ओर से भी इस मामले में मुकदमा दर्ज करवाया गया है. दूसरी ओर इस घटना की जानकारी मिलते ही पार्टी ने इकबाल हसन को पार्टी से निलंबित कर दिया.
सुजीत झा / राहुल सिंह