जयपुर में सरेराह अगवा कर एक युवती के साथ गैंगरेप की जिस घटना ने समूचे राजस्थान को झकझोर कर रख दिया था, दरअसल वो घटना पीड़ित कही जाने वाली युवती के ब्लैकमेलिंग प्लान का हिस्सा था. जयपुर में हाल ही में पकड़े गए एक सेक्स रैकेट के खुलासे से आइडिया लेकर युवती और उसके दोस्त ने गैंगरेप और फिर ब्लैकमेलिंग की पूरी साजिश रची थी.
पुलिस के मुताबिक, युवती ने ऋषिराज नाम के लड़के के साथ मिलकर उसके अमीर दोस्त संदीप लांबा को फंसाने की साजिश रची थी. दरअसल जयपुर आकर युवती की दोस्ती संदीप से हुई थी. घटना वाली रात युवती ने संदीप को बुलाया और उसके फ्लैट में दोनों ने शारीरिक संबंध बनाए. अगली सुबह युवती ने ऋषिराज के साथ मिलकर संदीप से रुपये ऐंठने के लिए गैंगरेप की पूरी कहानी गढ़ी.
युवती ने चोरी-छिपे संदीप के डेबिट और क्रेडिट कार्ड भी निकाल लिए थे. दरअसल युवती ने ऋषिराज के साथ मिलकर दो प्लान बनाए थे. पहला यह कि बलात्कार के नाम पर सरकार से मुआवजा लेंगे और फिर जब मामला कोर्ट में जाएगा तब मोटी रकम लेकर समझौता कर लेंगे. युवती की मानें तो जयपुर में हाल ही हुए सेक्स रैकेट के खुलासे से उसे यह आइडिया आया था.
जयपुर के पुलिस कमिश्नर संजय अग्रवाल ने बताया कि छानबीन के दौरान पुलिस को युवती के घर से 15 सिम कार्ड बरामद हुए हैं. संजय अग्रवाल के अनुसार, आरोपी युवती पहले भी कई लोगों को फंसाने की कोशिश कर चुकी है. 6 जनवरी को दोनों ने इस ब्लैकमेलिंग का पूरा प्लान बनाया था. 10 जनवरी की सुबह युवती ऋषिराज के साथ बाइक पर घटनास्थल पहुंची और खुद को हल्की चोट पहुंचाकर पीड़िता होने की कहानी गढ़ी. कमिश्नर ने आगे कहा कि फिलहाल पुलिस दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजने की कार्रवाई कर रही है.
क्या था फर्जी गैंगरेप का पूरा मामला
10 जनवरी की सुबह जयपुर शहर में उस वक्त पुलिस के हाथ-पांव फूल गए, जब एक लड़की कंट्रोल रुम में फोन कर खुद के गैंगरेप की शिकायत दर्ज करवाती है. कथित तौर पर आरोपी गैंगरेप के बाद पीड़िता को जयपुर के मालवीय इंजीनियरिंग कॉलेज के पास फेंक कर फरार हो जाते हैं. पीड़िता पुलिस को बताती है कि वह यूपी के मैनपुरी की रहने वाली है और जयपुर में अपने पिता के साथ रहती है.
पीड़िता आगे बताती है कि वह SSC की परीक्षा देकर अलवर से जयपुर लौट रही थी. स्टेशन से वह ऑटो में बैठी थी, जिसमें पहले से तीन युवक सवार थे. रास्ते में ऑटो में बैठे युवकों ने डरा-धमकाकर उसके साथ गैंगरेप किया और उसे फेंककर फरार हो गए. गौरतलब है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए खुद मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे इस केस की मॉनिटरिंग कर रही थी.
शरत कुमार