हैदराबादः न्यूरोलॉजिस्ट बेच रहा था ड्रग्स चॉकलेट्स, बनाए करोड़ों रुपये

निजामों के शहर हैदराबाद में एक ऐसा न्यूरोलॉजिस्ट पुलिस के हत्थे चढ़ा है, जो चॉकलेट्स में गांजा भरकर उसे इंस्टाग्राम पर बेचा करता था. आरोपी डॉक्टर पिछले दो साल से इंस्टाग्राम के जरिए गांजे वाली चॉकलेट्स बेच रहा था.

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बरामद ड्रग्स चॉकलेट्स बरामद ड्रग्स चॉकलेट्स

राहुल सिंह

  • हैदराबाद,
  • 31 जनवरी 2017,
  • अपडेटेड 9:05 AM IST

निजामों के शहर हैदराबाद में एक ऐसा न्यूरोलॉजिस्ट पुलिस के हत्थे चढ़ा है, जो चॉकलेट्स में गांजा भरकर उसे इंस्टाग्राम पर बेचा करता था. आरोपी डॉक्टर पिछले दो साल से इंस्टाग्राम के जरिए गांजे वाली चॉकलेट्स बेच रहा था.

आरोपी डॉक्टर का नाम मोहम्मद शुजात अली खान (35 वर्ष) है. सोमवार को स्पेशल टीम ने हैदराबाद के रचकोंडा इलाके से डॉक्टर शुजात अली खान को गिरफ्तार किया. पुलिस के मुताबिक, मिली जानकारी के बाद 27 जनवरी को आरोपी डॉक्टर के घर पर छापा मारा गया था.

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छापेमारी में पुलिस को डॉक्टर के घर से कई किलो गांजायुक्त चॉकलेट्स मिली थी. दरअसल शुजात चॉकलेट्स में गांजा भरकर अपने इंस्टाग्राम अकाउंट्स के जरिए इन्हें बेचा करता था. अगर वह खुले तौर पर ऐसा करता तो उसको काफी पहले पकड़ा जा सकता था.

ड्रग एडिक्ट युवाओं की रहती थी तलाश
पुलिस पूछताछ में डॉक्टर ने खुलासा किया कि कई कस्टमर्स को वह सीधे चॉकलेट्स सप्लाई किया करता था. वह नशीली चॉकलेट्स को फोन के जरिए भी सप्लाई किया करता था. शुजात ने ज्यादा कमाई के लिए जिम जाकर कंसल्टेंसी सर्विस देना शुरू किया. यहां ज्यादातर वह उन युवाओं को खोजता था जो ड्रग एडिक्ट होते थे.

वीडियो देख मिला चॉकलेट बनाने का आइडिया
शुजात की माने तो उसने कई वीडियो देखने के बाद गांजे वाली चॉकलेट बनाना शुरू किया. पुलिस के मुताबिक, चॉकलेट्स की कई वैरायटी थी. इनका रेट 500 से 1800 रुपये था. शुजात ने देश के कई राज्यों में इन चॉकलेट्स को सप्लाई कर करोड़ों रुपये बनाए. शुजात ने बताया कि स्थानीय ड्रग्स पेडलर्स के जरिए उसे गांजा बड़ी आसानी से मिल जाता था.

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डेक्कन मेडिकल कॉलेज से ली है MBBS डिग्री
फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इसके गिरोह में और कितने सदस्य शामिल हैं. बताते चलें कि आरोपी डॉक्टर शुजात ने हैदराबाद के डेक्कन मेडिकल कॉलेज से MBBS किया है. डेक्कन कॉलेज दार-उस-सलाम एजुकेशनल ट्रस्ट का है. इसके मुखिया एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी हैं. खान ने 2014 तक रिसर्चर के तौर पर भी काम किया है.

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