पोता नहीं हुआ तो नाराज दादी ने की नवजात पोती की हत्या

उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में पोती पैदा होने पर नाराज दादी ने उसकी हत्या कर शव को झाड़ियों में फेंक दिया. बालिका के शव को झाड़ियों से कुत्ते उठा ले गए. कुत्तों ने शव को बुरी तरह से नोंच-नोंच कर क्षतिग्रस्त कर दिया. नवजात के पिता ने अपनी मां के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी है. पुलिस ने आरोपी दादी को हिरासत में ले लिया है.

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उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में हुई वारदात उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में हुई वारदात

मुकेश कुमार

  • लखनऊ,
  • 10 अक्टूबर 2017,
  • अपडेटेड 3:41 PM IST

उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में पोती पैदा होने पर नाराज दादी ने उसकी हत्या कर शव को झाड़ियों में फेंक दिया. बालिका के शव को झाड़ियों से कुत्ते उठा ले गए. कुत्तों ने शव को बुरी तरह से नोंच-नोंच कर क्षतिग्रस्त कर दिया. नवजात के पिता ने अपनी मां के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी है. पुलिस ने आरोपी दादी को हिरासत में ले लिया है.

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जानकारी के मुताबिक, हाथरस जंक्शन थाना क्षेत्र के गांव धारू गढ़ी निवासी नीरेश की पत्नी मुंद्रा देवी को रविवार को प्रसव पीड़ा होने पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया. यहां पर महिला ने देर रात्रि एक स्वस्थ पुत्री को जन्म दिया. उसकी डिलीवरी भी सामान्य तरीके से हुई. डिलीवरी के बाद महिला और नवजात को वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया.

नीरेश की तीन बेटियां पहले से हैं. बीती रात को चौथी बेटी होने से नीरेश की मां कैला देवी नाखुश थी. रात को मुंद्रा देवी और उसका पति नींद में थे. तभी दादी नवजात बालिका को वहां से उठाकर ले गई और उसकी हत्या कर शव को अस्पताल के पीछे झाड़ियों में फेंक दिया. शव को झाड़ियों से कुत्ते उठा ले गए. नोंच-नोंच कर क्षतिग्रस्त कर दिया.

इस घटना का खुलासा तब हुआ जब मुंद्रा देवी की रात को अचानक आंख खुली और बच्ची को गायब देखा. उसने शोर मचाया, जिससे पूरा अस्पताल स्टाफ व ग्रामीण मौके पर आ गए. हाथरस जंक्शन पुलिस ने दादी से कड़ी पूछताछ की. बच्ची के शव को पुलिस ने अस्पताल के पीछे खेतों से बरामद कर किया. आरोपी दादी से पूछताछ की जा रही है.

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बताते चलें कि झारखंड के कुमारडुंगी में 27 दिनों की बेटी को कुएं में फेंक कर एक पिता ने उसकी हत्या कर दी. वारदात से पहले मां बनलता नायक अपनी 27 दिन की नवजात बेटी को दूध पिला रही थी. इसी दौरान उसका पति आनंद नायक वहां पहुंचा. बेटी के जन्म के कारण वह काफी नाराज था. उसे गोद से उसे छीन कर कुएं में डाल दिया.

देश भर में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के नारे के तहत अभियान चलाया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद इस अभियान को बारीकी से देख रहे हैं. लेकिन 21वीं सदी में बेटे की चाहत में इस तरह की वारदात किसी का भी दिल झकझोर सकती है. हाथरस की इस दादी को शायद अपने किए पर अफसोस नहीं होगा, लेकिन उस बेचारी नवजात का क्या कसूर था.

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