रेप के आरोप पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और समाजवादी पार्टी के मौजूदा नेता अशोक प्रधान ने सफाई देते हुए कहा कि पीड़िता उनकी बेटी के समान है. उन्होंने उसे गोद में खिलाया है. उन पर बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं. वहीं प्रधान की पत्नी भी उनके बचाव में आ गई हैं. उन्होंने साफ कहा कि उनका पति इस मामले में बेकसूर है.
जानकारी के मुताबिक, अशोक प्रधान के खिलाफ एक महिला ने रेप और हत्या के प्रयास का केस दर्ज कराया था. यह केस दिल्ली के मॉडल टाउन थाने में 15 दिन पहले दर्ज कराया, जिसे नोएडा के सेक्टर 24 थाने को ट्रांसफर कर दिया गया था. पीड़िता की शादी सेक्टर-33 के सी ब्लॉक में एक कारोबारी पंकज जिंदल के बेटे आशीष जिंदल से हुई थी.
हनीमून पर पति ने कहा ये सब
बताया जा रहा है कि इस शादी में पूर्व केंद्रीय मंत्री अशोक प्रधान की भूमिका प्रमुख थी. पीड़िता ने बताया कि जब वह ससुराल विदा होकर आई, तो शादी के दूसरे ही दिन अशोक प्रधान ने उसके साथ बदसलूकी की थी. इसके बाद वह हनीमून पर चली गई. उसके पति ने कहा कि तांत्रिक ने बताया कि एक साल तक दोनों शारीरिक संबंध नहीं बना सकते.
पीड़िता को सास ने किया अनसुना
पीड़िता ने आरोप लगाते हुए कहा था कि इस बात को जब उसने अपनी सास सबिता जिंदल को बताया तो वह अनसुना कर गई. दिल्ली पुलिस में डीसीपी विजय सिंह ने बताया कि इस मामले में आईपीसी की धारा 376, 377, 307, 354, 323, 325, 326, 328, 498A, 406, 109 और 506 के तहत आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज है.
मुकेश कुमार