बीजेपी नेता गजेंद्र भाटी हत्याकांड में आरोपी पूर्व विधायक अमरपाल शर्मा ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया है. अमरपाल ने मंगलवार को गाजियाबाद की एसीजेएम-2 की कोर्ट में सरेंडर किया. दो दिन पहले ही पुलिस ने अमरपाल शर्मा पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था. वह कई दिनों सो वांछित चल रहा था.
गाजियाबाद पुलिस ने बीजेपी नेता गजेंद्र भाटी की हत्या का खुलासा करते हुए बताया था कि पूर्व बसपा विधायक अमरपाल शर्मा ने ही भाटी की हत्या कराई थी. इस हत्या के लिए 10 लाख रुपये की सुपारी तय हुई थी. इस वारदात को खुद पूर्व विधायक के पीएसओ नरेंद्र फौजी ने अंजाम दिया था, जो पुलिस गिरफ्त में है.
गाजियाबाद के खोड़ा इलाके में बीजेपी नेता गजेंद्र भाटी और प्रदीप चौहान पर जानलेवा हमला किया गया था. इसमें गजेंद्र भाटी की मौत हो गई थी. वारदात बीती 2 सितंबर को अंजाम दी गई था. इस मामले में पूर्व विधायक अमरपाल शर्मा के खिलाफ साजिश रचने, हत्या और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था.
पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए पूर्व विधायकके पीएसओ नरेंद्र फौजी को गिरफ्तार किया. उसने इस पूरे हत्याकांड का खुलासा कर दिया. उसने बताया था कि गजेंद्र भाटी की हत्या अमरपाल शर्मा ने राजनीतिक रंजिश के कारण कराई थी. इससे पहले भी वो अमरपाल के कहने पर एक और हत्या कर चुका है.
शूटर नरेंद्र फौजी के मुताबिक इस हत्या के लिए 10 लाख रुपये बतौर सुपारी तय हुई थे. उसने बीजेपी नेता गजेंद्र भाटी को चार गोलियां मारी थीं. भाटी के साथ मौजूद बलवीर चौहान को भी गोली लगी थी. इस मामले का खुलासा सीसीटीवी की मदद से हुआ था. खोड़ा इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे में हत्यारे कैद हो गए थे.
नरेंद्र फौजी ने पूछताछ में बताया था किया कि गजेंद्र और अमरपाल शर्मा दोनों ही खोड़ा नगर पालिका से चुनाव लड़ना चाहते थे. इतना ही नहीं नरेंद्र फौजी ने कबूल किया कि उसने दिसंबर 2014 में सपा के पूर्व पार्षद प्रदीप चौधरी उर्फ टीटी की भी हत्या कर दी थी. वो हत्या भी उसने अमरपाल के कहने पर ही की थी.
मुकेश कुमार / पुनीत शर्मा