दिल्ली यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर नंदिनी सुंदर के खिलाफ छत्तीसगढ़ के सुकमा में एक आदिवासी की हत्या मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है. एफआईआर में जेएनयू प्रोफेसर अर्चना प्रसाद समेत कई लोगों के नाम भी शामिल हैं. छत्तीसगढ़ पुलिस दोनों आरोपी प्रोफेसरों के खिलाफ जल्द कार्रवाई की बात कह रही है.
बस्तर रेंज के आईजी एसआरपी कल्लूरी के मुताबिक, 4 नवंबर को कुछ हथियारबंद नक्सलियों ने शामनाथ बघेल नामक आदिवासी ग्रामीण की हत्या कर दी थी. बघेल पिछले काफी वक्त से नक्सलियों के खिलाफ अभियान चला रहे थे. मृतक की पत्नी की माने तो उनके पति को नक्सलियों की ओर से लगातार धमकियां मिल रही थी.
जिसके बाद शामनाथ और दूसरे ग्रामीणों ने इसी साल मई में प्रोफेसर नंदिनी सुंदर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. आईजी ने बताया कि शामनाथ ने अपनी शिकायत में दिल्ली यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर नंदिनी सुंदर, जेएनयू प्रोफेसर अर्चना प्रसाद, सीपीआई(एम) नेता संजय परते और एक अज्ञात महिला के खिलाफ नक्सलियों का समर्थन करने के लिेए ग्रामीणों को धमकाने का आरोप लगाया था.
धमकियों के मद्देनजर ग्रामीणों ने इसी साल अप्रैल में अपनी सुरक्षा के लिए 'तांगिया' नाम का एक ग्रुप भी बनाया था. आईजी ने बताया कि मृतक की पत्नी की शिकायत पर पुलिस ने दिल्ली यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर नंदिनी सुंदर, जेएनयू प्रोफेसर अर्चना प्रसाद, सीपीआई(एम) नेता संजय परते और विनीत तिवारी समेत कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.
आईजी ने कहा, छत्तीसगढ़ पुलिस की ओर से दिल्ली यूनिवर्सिटी और जेएनयू के वाइस चांसलर को प्रोफेसरों के खिलाफ दर्ज मामले की जानकारी दे दी गई है. पुलिस जल्द मामले की जांच-पड़ताल करते हुए आरोपी प्रोफेसरों से पूछताछ करेगी. आईजी ने आगे कहा कि पूछताछ के बाद ही सभी आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
राहुल सिंह