दिल्ली के कालका जी इलाके में स्कूली छात्रा को तेजाब पिलाने के मामले में नया मोड़ आया है. डॉक्टरों की रिपोर्ट और ऑटो चालक के बयान के बाद पुलिस का शक गहरा गया है कि घरवालों से झगड़े के बाद छात्रा ने खुद ही तेजाब पी लिया था. फिलहाल मामले की तफ्तीश जारी है.
पुलिस के मुताबिक, गुरुवार सुबह कालका जी की एक स्कूली छात्रा को ऑटो से अस्पताल पहुंचाया गया. ऑटो चालक तौफीक का कहना था लड़की रास्ते में उल्टियां कर रही थी. लड़की ऑटो चालक तौफीक से पेट में दर्द होने की बात कह रही थी. तौफीक की माने तो लड़की ने जबरन तेजाब पिलाए जाने की बात नहीं कही थी.
पीड़िता की मां को घटना की सूचना दी गई. जिसके बाद पीड़िता की मां ने सफदरजंग अस्पताल पहुंच हंगामा खड़ा कर दिया. मां ने आरोप लगाया कि उसकी बेटी को दो लड़कों ने जबरन तेजाब पिलाया है. पीड़िता की मां ने कहा कि उसकी बेटी को कई महीनों से दो लड़के परेशान कर रहे थे और उन्होंने ही उनकी बेटी को तेजाब पिलाया है.
पीड़िता की मां की शिकायत पर पुलिस ने फौरन मामला दर्ज कर लिया. इस बीच पुलिस को डॉक्टर की रिपोर्ट भी मिली, जिसमें लड़की के शरीर या कपड़ों पर कहीं भी तेजाब से जलने के निशान नहीं थे. डॉक्टरों ने पुलिस को बताया कि अगर किसी को जबरन तेजाब पिलाया जाए, तो उसके शरीर पर कहीं ना कहीं तो जलने के निशान जरूर मिलने चाहिए.
मगर डॉक्टरों को लड़की की जांच में ऐसा कुछ भी नहीं मिला, जिससे कहा जाए कि पीड़ित लड़की को तेजाब पिलाया गया है. फिलहाल लड़की की हालत खतरे से बाहर है. पुलिस जल्द ही पीड़ित लड़की के बयान दर्ज करेगी. लड़की के बयानों के बाद ही पुलिस आगे कार्रवाई की बात कह रही है.
हिमांशु मिश्रा / राहुल सिंह