दिल्ली पुलिस ने 11 महीने के लंबे वक्त के बाद आखिरकार हेड कॉन्स्टेबल की हत्या की गुत्थी को सुलझा लिया है. हेड कॉन्स्टेबल राम अवतार मीणा की हत्या के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जबकि इनका तीसरा साथी अब भी फरार है.
दोनों आरोपी इरशाद और चिंदरपाल की गिरफ्तारी राजस्थान के अलवर जिले से हुई है. बता दें कि इसी साल मार्च में पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी टीम का गठन किया था और आरोपियों पर 1 लाख की इनाम की घोषणा भी की थी.
इस दौरान पुलिस ने 200 से ज्यादा लोगों से पूछताछ भी की. पुलिस की माने तो 12 सितंबर को हेड कॉन्स्टेबल राम अवतार मीणा की हत्या के बाद तीनों बादमश अलवर भाग गए थे. लेकिन जब आरोपियों ने टीवी पर खबर देखी तो ये अलवर छोड़कर फरार हो गए.
ये अजेमर से लेकर राजस्थान के अलग-अलग जिले में छुपते रहे, इधर पुलिस भी रात-दिन आरोपी की तलाश करती रही. कॉन्स्टेबल राम अवतार मीणा 12 सितम्बर को अपने घर से निकले तो देखा कि 3 लड़के बाइक चोरी करने की कोशिश कर रहे थे.
तभी राम अवतार मीणा को शक हुआ. कॉन्स्टेबल ने रोकने की कोशिश की तो उन बदमाशों ने राम अवतार मीणा को गोली मार दी. मीणा वहीं गिर गए और अस्पताल ले जाते वक्त उसकी मौत हो गई. फिलहाल पुलिस हत्या के तीसरे आरोपी की तलाश कर रही है.
अनुज मिश्रा