जामिया हिंसा मामले में पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपी असद अंसारी को रविवार को गिरफ्तार किया. असद अंसारी के खिलाफ जामिया नगर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज है.
इससे पहले पुलिस ने पेशे से एक ड्राइवर को गिरफ्तार किया था, हालांकि अब वह आजाद मार्केट से थोक में जैकेट खरीदता है, जिसे वह बटला हाउस में बेचा करता था. बताया जाता है कि वह भीड़ का हिस्सा था. हिंसा के कुछ वीडियो में उसे पत्थर फेंकते और गाड़ियों को नुकसान पहुंचाते देखा गया.
जामिया हिंसा मामले में अब तक कुल 11 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है. 10 लोगों की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी है.पुलिस ने न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी और जामिया नगर थाने में एफआईआर दर्ज की थी. करीब 15 लोगों के नाम एफआईआर में शामिल है.
एफआईआर में कुछ नेताओं के नाम भी हैं. वहीं जांच बढ़ने पर और कई लोगों के नाम भी जरूरत पड़ने पर इसमें शामिल किए जाएंगे. यह मामला क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया है. पुलिस वीडियो की मदद से हिंसा में शामिल लोगों की पहचान कर रही है.
क्या था जामिया विवाद?
दरअसल दक्षिण दिल्ली में नाराज भीड़ ने पुलिसकर्मियों, आम नागरिकों और मीडिया को निशाना बनाया था. भीड़ ने दक्षिणी दिल्ली को कब्जे में ले लिया. प्रदर्शनकारियों के हिंसक होने और पुलिस के साथ झड़प के पांच घंटे बाद पुलिस ने जामिया नगर में फ्लैग मार्च किया था.
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले भी दागे थे. हिंसक भीड़ ने पुलिसकर्मियों की बड़ी टुकड़ी से संघर्ष किया और मीडिया पर भी पथराव किया था. इस दौरान कई छात्र घायल हो गए थे. आरोप है कि पुलिस कैंपस की लाइब्रेरी में घुसी और छात्रों से मारपीट की थी, जिसमें कई छात्र घायल हुए.
MHRD को जामिया विश्वविद्यालय ने भेजा नोटिस
जामिया मिल्लिया इस्लामिया में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध के चलते हाल ही में हिंसा देखी गई थी. इस हिंसा के बाद यूनिवर्सिटी की तरफ से केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) को भेजी गई रिपोर्ट में पुलिस बर्बरता का जिक्र किया गया है. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलिस जबरन कैंपस में घुस आई और छात्रों और गार्ड की पिटाई की. वहीं रिपोर्ट में पुलिस की बर्बरता का पूरी तरह से जिक्र किया गया है.
अरविंद ओझा