मध्य प्रदेश के सागर जिले स्थित चितोरा गांव में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब पता चला कि गांव के एक स्कूल में तोप का गोला मिला है. आनन-फानन में पुलिस मौके पर पहुंची और कांस्टेबल अभिषेक पटेल की बहादुरी के चलते एक बड़ा हादसा होने से टल गया. कांस्टेबल अभिषेक पटेल जब अपने कंधे पर बम लेकर दौड़ रहे थे तो वह नजारा किसी फिल्मी स्टाइल से कम न था.
इंडिया टुडे की ओर से जारी किए गए इस वीडियो में आप साफ देख सकते हैं कि किस तरह से अभिषेक अपनी जान की परवाह न करते हुए बम लेकर दौड़ रहे हैं. अभिषेक ने कहा, 'मेरा मकसद सिर्फ बच्चों को सुरक्षित करना था. मैं उस बम को रिहायशी इलाके से दूर लेकर जाना चाहता था. मैं नहीं जानता था कि बम किस हालत में है, वह फटेगा कि नहीं फटेगा.'
मध्य प्रदेश पुलिस के इस बहादुर सिपाही अभिषेक पटेल ने आगे बताया कि उन्हें 100 नंबर के जरिए स्कूल में बम होने की सूचना मिली थी. वह पुलिस टीम के साथ फौरन मौके पर पहुंचे. उन्हें पता चला कि स्कूल में करीब 400 बच्चे मौजूद हैं. अभिषेक ने बताया कि बम का वजन करीब 10 किलो और लंबाई 12 इंच थी.
बताते चलें कि अभिषेक की बहादुरी की चर्चा हर ओर है. अपनी जान को दांव पर लगाकर उन्होंने एक मिसाल कायम की है. स्कूल परिसर में बम मिलने के बारे में आईजी सतीश सक्सेना ने कहा, बम काफी पुराना है. सेना के फायरिंग रेंज के पास ही यह स्कूल स्थित है, हो सकता है यह वहीं से गिरा हो. फिलहाल जांच कर आगे की कार्यवाही की जाएगी.
कांस्टेबल अभिषेक की इस बहादुरी की सराहना करते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें सम्मानित किया. शिवराज सिंह चौहान ने अभिषेक को अपने घर पर बुलाया और उन्हें 50 हजार रुपये का चेक सौंपा.
राहुल सिंह