बिजनौर के नगीना इलाके में होली के जुलूस के दौरान हुए हंगामे के बाद स्थिति फिलहाल सामान्य है. जिंदगी फिर से पटरी पर लौट रही है. हालांकि, इलाके में अभी भी एक समुदाय के कुछ लोगों ने अपनी दुकान बंद रखी, लेकिन इसे लेकर प्रशासन और दुकानदारों के बीच लगातार बातचीत का दौर चल रहा है.
पुलिस का कहना है कि जल्द ही बीच का रास्ता निकाला जाएगा. दुकानदारों की मांग थी कि उनकी तरफ से जिन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है उन्हें जल्द से जल्द रिहा किया जाए और जूलुस फिर से निकालने की इजाजत दी जाए. लेकिन प्रशासन इस बात को लेकर तैयार नहीं हैं, क्योंकि माहौल फिर बिगड़ सकता है.
जानकारी के मुताबिक, इलाके के लोग अपने घरों से बाहर निकल रहे हैं. कुछ व्यापारियों ने अपनी दुकाने भी खोली हैं. बेहतर हलात को देखते हुए पुलिस बल की तैनाती भी कम कर दी गयी है. पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही सब कुछ पहले जैसा सामान्य हो जायेगा. इसके लिए लगातार कोशिश की जा रही है.
बताते चलें कि होली के दिन नगीना और धामपुर में सांप्रदायिक तनाव हो गया. एक संप्रदाय के लोगों ने दूसरे संप्रदाय के व्यक्ति पर रंग डाल दिया. इसके बाद पथराव हुआ और जुलूस रुक गया. इस मामले में धामपुर में पुलिसकर्मी पर रंग डालने के बाद लाठीचार्ज हो गया. इसके विरोध में भी जुलूस रोक दिया गया.
इसकी सूचना मिलते ही मौके पर प्रशासन और पुलिस के बड़े अधिकारी पहुंच गए. उन लोगों ने स्थिति को संभाला और जुलूस को आगे बढ़ाना चाहा, लेकिन आयोजकों ने विरोधस्वरूप जुलूस निकालने से इंकार कर दिया. इसके बाद अगले दिन समुदाय विशेष के व्यापारियों ने अपनी दुकानें खोलने से मना कर दिया था.
बताया जा रहा है कि इस घटना के दौरान हुए पथराव में थाना प्रभारी, दो दरोगा, दो सिपाही और दो महिला पुलिसकर्मी घायल हुए है. पथराव करने वालों के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है. पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है. वहीं अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है.
मुकेश कुमार / अनुज मिश्रा