छत्तीसगढ़ में बीजापुर जिले के करका इलाके में पुलिस बल और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में 11 साल के एक बच्चे को गोली लगी गई. घायल अवस्था में बच्चे को इलाज के लिए बस्तर के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है.
डॉक्टरों के मुताबिक घायल बच्चे का नाम बोटीराम है. उसके कमर के ऊपरी हिस्से में गोली लगी है, जो कूल्हे को चीरती हुई बाहर निकल गई. मुठभेड़ स्थल से एक नक्सली का शव भी मिला है. सुरक्षा बलों ने आशंका जताई है कि नक्सली दलम इस बच्चे का इस्तेमाल बतौर संतरी कर रहे थे.
बोटीराम ने गोंडी भाषा में डॉक्टरों को बताया कि वह अपने दोस्त सोमारू के साथ जंगल में गया था. उसे कई जवान दिखाई दिए. इसी बीच उसकी कमर में गोली लगी. पुलिस सोमारू की भी तलाश कर रही है, लेकिन अब तक सोमारू पुलिस की पकड़ से बाहर है.
पुलिस ने बताया कि बस्तर में नक्सलियों ने अपनी हिफाजत के लिए ऐसे स्कूली बच्चों और कम उम्र के ऐसे लड़कों, जो स्कूल नहीं जा रहे, को अपने दलम में शामिल कर लिया है. नक्सली बाल दलम में शामिल इन बच्चों से सुरक्षाबलों की जासूसी और रेकी करवाते हैं.
पुलिस ने बताया कि नक्सली बाल दलम में शामिल इन बच्चों से संतरी की ड्यूटी करवाते हैं. मुठभेड़ के दौरान घायल हुए बोटीराम को बेहतर इलाज मुहैया कराने के लिए पुलिस और CRPF के आला अफसर जुटे हुए हैं. इस मामले की जांच कराई जा रही है कि मुठभेड़ स्थल पर यह बच्चा क्या कर रहा था.
उधर दरभा ब्लॉक के कोलेंग इलाके के सरपंच पंडरू की नक्सलियों ने गोली मारकर हत्या कर दी है. उसे पुलिस का मुखबिर करार देते हुए नक्सलियों ने इलाके के ग्रामीणों को आगाह किया है कि यदि उन्होंने पुलिस और केंद्रीय सुरक्षाबलों की सहायता की तो उन्हें उसका अंजाम भुगतना पड़ेगा.
सुनील नामदेव / आशुतोष कुमार मौर्य