बुलंदशहर हिंसा: अब तक पुलिस की गिरफ्त से दूर योगेश, आज आएगी इंटेलिजेंस रिपोर्ट

एडीजी ने हिंसा का शिकार हुए इंस्पेक्टर सुबोध सिंह को शहीद बताते हुए कहा, "वह हमारे पुलिस परिवार के सदस्य थे, हम उनके परिवार की हरसंभव मदद करेंगे."

Advertisement
बुलंदशहर में हिंसा (PTI, फाइल) बुलंदशहर में हिंसा (PTI, फाइल)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 05 दिसंबर 2018,
  • अपडेटेड 8:46 AM IST

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में गोकशी के शक में हुई हिंसा पर राजनीति तेज होती जा रही है. इस हिंसा का मुख्य साजिशकर्ता योगेश राज अब भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है. हिंसा को दो दिन बीत चुके हैं, लेकिन योगेश राज का अब भी पता नहीं है. इस बीच, मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून-व्यवस्था पर बड़ी बैठक बुलाई है.

Advertisement

बता दें कि गोकशी के शक में हुई हिंसा व बवाल में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह समेत दो लोगों की हत्या मामले में पुलिस ने अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा चार से पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है. इस हिंसा में एक युवक सुमित की भी गोली लगने से मौत हुई, सुमित के परिवार को योगी सरकार 10 लाख रुपये की मदद करेगी.

गौरतलब है कि इस प्रकरण पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बेहद गंभीर होने के कारण जांच अधिकारी एडीजी इंटेलिजेंस एसवी शिरोडकर बुलंदशहर पहुंच चुके और जांच शुरू कर दी है. वह आज अपनी रिपोर्ट सौपेंगे.

किसी संगठन का नाम नहीं आया सामने

मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) आनंद कुमार ने कहा कि अब स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में और शांतिपूर्ण बनी हुई है. घटना में अभी तक किसी संगठन का नाम सामने नहीं आया है, इलाके में बड़ी संख्या में पीएसी व आरएएफ तैनात की गई है.

Advertisement

एडीजी ने हिंसा का शिकार हुए इंस्पेक्टर सुबोध सिंह को शहीद बताते हुए कहा, "वह हमारे पुलिस परिवार के सदस्य थे, हम उनके परिवार की हरसंभव मदद करेंगे."

उन्होंने बताया कि इस मामले में 88 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, जिसमें 27 लोग नामजद हैं. इनमें से चार लोगों- चमन, रामबल, आशीष चौहान और सतीश की गिरफ्तारी हुई है.

एडीजी ने बताया कि एसआईटी घटनास्थल पर पहुंच गई है और अपना काम कर रही है. ये खुफिया एजेंसी की असफलता है या किसी और की, जांच रिपोर्ट आने पर ही पता चलेगा. उन्होंने बताया कि मुख्य आरोपी योगेश राज की तलाश सरगर्मी से जारी है, मारे गए युवक सुमित का पोस्टमार्टम हो चुका है. उसके शरीर में गोली पाई गई. उन्होंने स्वीकार किया कि हिंसा के दौरान पुलिस ने हवाई फायरिंग की थी.

क्या हुआ था बुलंदशहर में...?

गौरतलब है कि सोमवार (3 दिसंबर) को बुलंदशहर के स्याना थाना क्षेत्र के एक खेत में गोकशी की आशंका के बाद बवाल शुरू हुआ. जिसकी शिकायत मिलने पर सुबोध कुमार पुलिसबल के साथ मौके पर पहुंचे थे. इस मामले में एफआईआर दर्ज की जा रही थी, इतने में ही तीन गांव से करीब 400 लोगों की भीड़ ट्रैक्टर-ट्राली में कथित गोवंश के अवशेष भरकर चिंगरावठी पुलिस चौकी के पास पहुंच गई और जाम लगा दिया.

Advertisement

इसी दौरान भीड़ जब उग्र हुई तो पुलिस ने काबू पाने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े और जल्द ही वहां फायरिंग भी होने लगी. जिसमें सुबोध कुमार घायल हो गए और एक युवक भी जख्मी हो गया. सुबोध कुमार को अस्पताल ले जाने से रोका गया और उनकी कार पर जमकर पथराव भी किया गया. अब पुष्टि हुई है कि सुबोध कुमार की मौत गोली लगने से हुई है.

आपको बता दें कि बुलंदशहर के जिलाधिकारी के अनुसार, सुबोध कुमार के सिर में गोली लगी थी, जिस कारण उनकी मौत हुई है. उन्होंने यह भी बताया है कि हमले के बाद जब सुबोध कुमार ने खेत की तरफ जाकर खुद को बचाने की कोशिश की तो भीड़ ने उन पर वहां भी हमला किया.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement