उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के महफूज़ नगर में गुरुवार को कुछ मुस्लिम कट्टरपंथियों ने एक मुस्लिम युवक की महज इसलिए पिटाई कर दी क्योंकि वह गीता और रामायण पढ़ता था. आरोपी यहीं नहीं रुके उन्होंने पीड़ित व्यक्ति से धर्मग्रंथ छीन लिया और उसका हारमोनियम भी तोड़ दिया. मुस्लिम युवक की शिकायत पर दबंगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. एसपी (देहात) ने मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना देहली गेट पुलिस को आरोपियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
इस संबंध में थाने के इंस्पेक्टर इंद्रेश पाल सिंह ने बताया, 'पीड़ित की शिकायत के आधार पर पड़ोसी की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने और उनके साथ मारपीट करने के लिए दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. एक आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है. उसने पड़ोसी से झगड़े की बात स्वीकार की है. लेकिन बाकी आरोपों को बेबुनियाद बताया है.'
पीड़ित ने मामले पर लिखित शिकायत में कहा कि वह हर रोज़ अपने घर पर गीता और रामायण पढ़ता है. यह बात पड़ोसियों को हजम नहीं हुई और उन्होंने अपने साथियों के साथ घर में घुस कर हमला कर दिया. साथ ही धार्मिक ग्रंथ भी फाड़ने की कोशिश की. किसी प्रकार पीड़ित ने अपने परिवार की जान बचाई. इतना ही नहीं हमलावरों ने जाते-जाते आगे से गीता-रामायण न पढ़ने की चेतावनी दी साथ ही जान से मारने की भी धमकी दी है.
विश्व हिंदू महासभा के पदाधिकारियों ने एसएसपी कार्यालय में आरोपियों के खिलाफ शिकायती पत्र सौंपकर कट्टरपंथी हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
दिलशाद (पीड़ित) के अनुसार, उसने रामायण पाठ को अपनी आदत में शुमार कर लिया है. रोजाना नहाने के बाद वह रामायण पढ़ना नहीं भूलते. कई चौपाइयां उन्हें याद हैं. वह गीता भी पढ़ते हैं. उन्होंने कहा, '1979 से रामायण का पाठ कर रहा हूं, इससे मेरे मन को सुकून मिलता है. इसी बात का कुछ लोग विरोध कर धमकाते हैं.
aajtak.in