उन्नाव में दलित परिवार की दो लड़कियों की संदिग्ध मौत के मामले में यूपी पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि शुक्रवार को दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. मुख्य आरोपी का नाम विनय उर्फ लंबू है. वहीं दूसरा आरोपी विनय का दोस्त है जो नाबालिग है. पुलिस ने बताया कि विनय एक लड़की से प्रेम करता था. उसने उसके सामने प्रस्ताव भी रखा था. लेकिन उसने ठुकरा दिया.
लखनऊ रेंज की आईजी लक्ष्मी सिंह ने बताया कि विनय ने लड़की से मोबाइल नंबर भी मांगा था, लेकिन लड़की ने वह भी देने से मना कर दिया था. विनय इस बात से बेहद नाराज था. इसलिए उसने पानी में कीटनाशक मिलाकर लड़की को पिला दिया. हालांकि वो सिर्फ एक ही लड़की को मारना चाहता था.
पुलिस के मुताबिक आरोपी विनय ने बताया कि वो जिस लड़की से प्रेम करता था वो अस्पताल में भर्ती है. उसने घटना वाले दिन अन्य दोनों लड़कियों से नमकीन भी मंगवाए थे. आरोपी ने एक ही लड़की को कीटनाशक मिला हुआ पानी पीने को दिया था. लेकिन उसकी बोतल से बाकी दोनों लड़कियों ने भी पानी पी ली. थोड़ी देर के बाद सभी लड़कियों के मुंह से झाग निकलने लगा. यह देखकर दोनों आरोपी घटनास्थल से फरार हो गए.
पुलिस ने बताया कि फॉरेंसिक टीम को घटनास्थल से कीटनाशक की बोतल, खाली पानी की बोटल, नमकीन के खाली पैकेट्स और सिगरेट बट मिले थे.
वहीं उन्नाव के डीएम रविंद्र कुमार ने कहा कि सीएम योगी ने मृतक लड़कियों के परिवार को सहायता राशि के तौर पर पांच लाख रुपये देने की घोषणा की है. जबकि घायल लड़की को दो लाख रुपये देने का ऐलान किया है. इसके साथ ही घायल लड़की का इलाज सीएम सहायता कोष से मुफ्त कराने की भी बात कही गई है.
क्या है मामला?
दरअसल, उन्नाव के असोहा थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत पाठकपुर के मजरे बबुरहा में इसी बुधवार को दोपहर 3:00 बजे के करीब बुआ और भतीजी खेत में पशुओं के लिए हरा चारा लेने गई थीं, लेकिन देर शाम तक घर नहीं लौटीं. शाम में परिजन लड़कियों को खोजने के लिए निकले. परिजनों के मुताबिक, खेत में तीनों लड़कियां कपड़े से बंधी मरणासन्न हालत में मिली थीं. तीनों के मुंह से झाग निकल रहा था. जब उन्हें अस्पताल ले जाया गया तो दो मृत निकलीं, जबकि तीसरी की हालत गंभीर थी.
कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में भर्ती पीड़िता को लेकर आज शुक्रवार सुबह एक मेडिकल बुलेटिन जारी किया गया. अस्पताल के पीआरओ परमजीत सिंह का कहना है कि लड़की के शरीर में अब तक कोई हलचल नहीं हो रही थी, लेकिन अब हम जो इलाज कर रहे हैं, उसका सकारात्मक असर हो रहा है. वह हाथ-पैर हिला रही है. हम उम्मीद कर रहे हैं कि हम धीरे-धीरे लड़की को वेंटिलेटर सपोर्ट से हटाने की ओर बढ़ रहे हैं. 24 घंटे में रिस्पांस सामने आएगा.
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