Narco-terrorism: जम्मू में PAK से जुड़ा ड्रग रैकेट ध्वस्त, 30 करोड़ की हेरोइन बरामद... नार्को-टेररिज्म की साजिश का बड़ा खुलासा

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पाकिस्तान से जुड़े बड़े ड्रग रैकेट का भंडाफोड़ किया है. इस दौरान छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. उनके कब्जे से 30 करोड़ की हेरोइन और हथियार बरामद हुए हैं. इस सिलसिले में NDPS एक्ट और UAPA के तहत केस दर्ज किया गया है.

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इस कार्रवाई से नार्को-टेररिज्म की बड़ी साजिश बेनकाब हो गई (फोटो-ITG) इस कार्रवाई से नार्को-टेररिज्म की बड़ी साजिश बेनकाब हो गई (फोटो-ITG)

aajtak.in

  • जम्मू,
  • 04 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 7:40 PM IST

Pakistan Linked Drug Racket: जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान से जुड़े एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग रैकेट का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया है और उनके कब्जे से लगभग पांच किलो हेरोइन बरामद की गई है. इस हेरोइन की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करीब 30 करोड़ रुपये बताई जा रही है. यह रैकेट लंबे समय से बॉर्डर एरिया से ड्रग्स सप्लाई कर रहा था. पुलिस के मुताबिक, यह सिर्फ स्मगलिंग नहीं बल्कि सीधे-सीधे देश के खिलाफ चल रही नार्को-टेररिज्म की साजिश थी.

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हेरोइन और हथियार बरामद
पुलिस अधीक्षक (SP) अजय शर्मा ने बताया कि जम्मू में यह अब तक की सबसे बड़ी नशा-तस्करी की कार्रवाई में से एक है. पकड़े गए छह आरोपियों में से चार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. पुलिस ने इनके पास से 4.95 किलो हेरोइन और तीन पिस्तौल बरामद की हैं. शुरुआती जांच में पता चला कि ये आरोपी पाकिस्तान स्थित ड्रग हैंडलर्स से सीधे संपर्क में थे. डिजिटल फुटप्रिंट्स ने इस पूरे नेटवर्क की पोल खोल दी.

पाक हैंडलर्स से कनेक्शन की पुष्टि
जांच में साफ हुआ कि सभी आरोपी सीमा पार बैठे पाकिस्तानी नेटवर्क से जुड़े हुए थे. उन्हें लगातार ड्रग्स और हथियारों की सप्लाई मिल रही थी. पुलिस का कहना है कि यह रैकेट भारत की युवा पीढ़ी को नशे की जाल में फंसाकर देश को नुकसान पहुंचाने की साजिश का हिस्सा था. एसपी अजय शर्मा ने पीटीआई को बताया कि यह मामला सिर्फ ड्रग तस्करी का नहीं, बल्कि देश के खिलाफ चल रही एक “अनकन्वेंशनल वॉर” का हिस्सा है.

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आरोपियों पर NDPS के साथ लगा UAPA
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने आरोपियों पर NDPS एक्ट के साथ-साथ UAPA की धाराएं भी लगाई हैं. पुलिस अधीक्षक अजय शर्मा ने कहा कि आरोपियों की हर गतिविधि इस बात की पुष्टि करती है कि यह नेटवर्क नार्को-टेररिज्म चलाने के मकसद से सक्रिय था. गांधी नगर पुलिस स्टेशन में केस दर्ज करके जांच को कई टीमों में बांटा गया है.

पहले चरण की गिरफ्तारी
इस मामले की जांच के दौरान पुलिस ने जौरियन निवासी करण शर्मा और उधमपुर निवासी निखलेश वर्मा को गिरफ्तार किया है. जिनके पास से 3.26 किलो हेरोइन मिली है. प्रारंभिक पूछताछ में ही दोनों ने पूरे रैकेट के बारे में अहम जानकारी पुलिस को दी. फिर इन्हीं दोनों की निशानदेही पर आगे पूरे नेटवर्क तक पहुंचने का रास्ता खुल गया.

हैंडलर समेत तीन और आरोपी गिरफ्तार
इसके बाद पुलिस ने नरवाल में मोहम्मद यूसुफ, राजौरी के फाइनेंशियल हैंडलर गुलशन कुमार और नौशेरा के जसविंदर कुमार को भी गिरफ्तार किया. इन तीनों के पास से भी हेरोइन बरामद हुई. पुलिस ने गुलशन कुमार की कार जब्त की, जिसमें ड्रग्स छिपाने के लिए खास तरह की कैविटी बनाई गई थी. जसविंदर पहले से ही एक दूसरे नशे से जुड़े मामले में पुलिस कस्टडी में था.

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छठे आरोपी के घर से मिले हथियार और हेरोइन
जांच आगे बढ़ी तो पुलिस ने जम्मू के निक्की तवी इलाके से शमदीन को गिरफ्तार किया. उसके घर से एक पिस्टल, जिंदा कारतूस और 619 ग्राम हेरोइन मिली. इसी कार्रवाई के दौरान पुलिस को पता चला कि इस रैकेट का एक और सदस्य आर.एस. पुरा के मरालिया गांव का रहने वाला अब्दुल हामिद अब भी फरार है. उसके घर से दो पिस्टल, जिनमें एक ऑटोमैटिक पिस्टल शामिल है, बरामद की गई.

ज्यादातर आरोपी सीमावर्ती इलाकों के
पुलिस की जांच में यह बात भी सामने आई कि इस रैकेट के ज्यादातर सदस्य भारत-पाकिस्तान सीमा के नजदीकी इलाकों से ताल्लुक रखते हैं. इन्हें बॉर्डर पार से सप्लाई, फंडिंग और निर्देश मिलते थे. पुलिस ने कहा कि यह पूरी गैंग संगठित तरीके से नशा फैलाकर देश को कमजोर करने की साजिश कर रही थी, जिसे समय रहते विफल कर दिया गया. अब पुलिस इस नेटवर्क को तोड़कर फरार आरोपियों की तलाश में जुट गई है.

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