एंटीलिया केस में आतंकी कनेक्शन की थ्योरी फेल, जैश-उल हिंद जैसा कोई संगठन ही नहीं

जांच एजेंसी का कहना है कि टेलीग्राम पर जैश-उल हिंद का मैसेज भी फर्जी था. यह केवल गुमराह करने के लिए था. अब तक तो इस बात के भी साक्ष्य नहीं मिले हैं कि जैश ए हिंद जैसा कोई संगठन अस्तित्व में भी है.

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एंटीलिया के बाहर संदिग्ध कार मामले की जांच NIA कर रही है. एंटीलिया के बाहर संदिग्ध कार मामले की जांच NIA कर रही है.

सौरभ वक्तानिया

  • मुंबई,
  • 14 मार्च 2021,
  • अपडेटेड 1:00 PM IST
  • NIA को शक पुलिस टीम की है इनोवा कार
  • जैश-उल हिंद जैसा कोई संगठन ही नहीं- NIA

एंटीलिया के बाहर संदिग्ध कार मिलने के मामले की जांच NIA को सौंपी गई है. NIA अब इस केस में एक से बढ़कर एक चौंकाने वाले खुलासे कर रही है. NIA ने इस मामले में आतंकियों के संबंध होने से इनकार किया है. जांच एजेंसी का कहना है कि इस केस में अबतक टेरर एंगल जैसी कोई बात सामने नहीं आई है.

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जांच एजेंसी का कहना है कि टेलीग्राम पर जैश-उल हिंद का मैसेज भी फर्जी था. यह केवल गुमराह करने के लिए था. जांच एजेंसी का यह भी कहना है कि अब तक तो इस बात के भी साक्ष्य नहीं मिले हैं कि जैश-उल हिंद जैसा कोई संगठन अस्तित्व में भी है. ऐसे कोई संगठन है ही नहीं. 

इसके अलावा एनआईए को शक है कि बरामद की गई इनोवा कार पुलिस अधिकारियों की हो सकती है. एटीएस अधिकारियों ने एनआईए को जो इनपुट दिए हैं उसके मुताबिक इनोवा कार मुंबई पुलिस टीम की है.

जैश-उल हिंद को लेकर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और महाराष्ट्र पुलिस को सूचना दे दी  गई है. एनआईए इस केस में और छानबीन कर रही है. कुछ और पुलिसकर्मियों से पूछताछ की जा सकती है. सचिन वाजे की गिरफ्तारी के बाद अब  इस केस में और भी गिरफ्तारी हो सकती है.

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एनआईए इस बात का पता लगाने में जुटी है कि आखिर इस घटना के पीछे की वजह क्या है. जांच अधिकारियों को इस घटना के पीछे के मकसद का पता अब तक नहीं चल पाया है.

इससे पहले राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने एंटीलिया केस में महाराष्ट्र पुलिस के अधिकारी सचिन वाजे को गिरफ्तार कर लिया था. NIA के अधिकारियों ने सचिन वाजे 12 घंटे पूछताछ की थी. इससे पहले ठाणे की अदालत ने सचिन वाजे को अंतरिम जमानत देने से इनकार कर दिया था.

 

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