नरेंद्र गिरि केस: ‘शव उतारने के लिए काटी थी रस्सी, बाद में पुलिस को बुलाया’, शख्स ने बताया

महंत नरेंद्र गिरि की मौत की गुत्थी लगातार उलझती जा रही है, हर दिन अब नए खुलासे हो रहे हैं. मौत के बाद का एक वीडियो आने के बाद कई और सवाल जुड़ गए हैं, अब शव को उतारने वाले शख्स सर्वेश द्विवेदी ने इसके बारे में जानकारी दी है.

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Narendra Giri Death Case Narendra Giri Death Case

समर्थ श्रीवास्तव

  • प्रयागराज,
  • 23 सितंबर 2021,
  • अपडेटेड 2:53 PM IST
  • नरेंद्र गिरि की मौत के बाद का वीडियो आया सामने
  • सर्वेश द्विवेदी ने बताया- कब पुलिस को बुलाया था

महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद का वीडियो सामने आने के बाद अब कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. जब नरेंद्र गिरि की मौत की जानकारी मिली और पुलिस पहली बार कमरे में पहुंची, ये तब का वीडियो है. रस्सी के कटे होने, पंखे के चालू रहने को लेकर जो सवाल खड़े हुए, उसको लेकर आजतक ने चश्मदीद सर्वेश द्विवेदी उर्फ बबलू से बात की. 

सर्वेश द्विवेदी ही वो शख्स हैं, जिन्होंने महंत नरेंद्र गिरि का शव पंखे से उतारा था. उन्होंने कहा कि शव को उतारने के लिए उन्होंने ही अन्यों की मदद से रस्सी काटी थी, तब इतना ध्यान नहीं दिया कि रस्सी तीन हिस्सों में कटी या फिर दो हिस्सों में. 

सर्वेश द्विवेदी बोले कि जब कमरे में महंत नरेंद्र गिरि का शव देखा, तब कुछ समझ नहीं आया इसलिए पहले शव को उतारा और बाद में पुलिस को बुलाया. करीब डेढ़ मिनट के वीडियो में बलबीर गिरि के होने के दावे को सर्वेश द्विवेदी ने खारिज कर दिया. सर्वेश ने कहा कि बलबीर गिरि वीडियो में नहीं हैं, वो तो प्रयागराज में ही नहीं थे. 

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क्लिक करें: नरेंद्र गिरि की मौत के बाद का वीडियो आया सामने, जमीन पर मिला महंत का शव, चल रहा था पंखा

गौरतलब है कि महंत नरेंद्र गिरि का शव बाघंबरी मठ में ही अपने कमरे में मिला था, जहां उनका शव पंखे से लटका हुआ था. अब उस घटना के बाद का वीडियो सामने आया है, जिसमें महंत नरेंद्र गिरि का शव ज़मीन पर पड़ा हुआ था और कमरे का पंखा चल रहा था. 

ये वीडियो तब का है, जब पुलिस कमरे में पहुंची और शुरुआती जांच-पड़ताल कर रही थी. पुलिस ने इस दौरान ही वहां मौजूद लोगों से सवाल किए थे और कमरे के हालात के बारे में जानकारी ली थी.

बता दें कि महंत नरेंद्र गिरि की मौत की जांच अब सीबीआई को मिल सकती है. उत्तर प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार के सामने इसकी सिफारिश कर दी है. अभी तक यूपी पुलिस ही इस मामले को देख रही थी और एसआईटी के जरिए जांच हो रही थी.   

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