चार्जशीट में दावा- दिल्ली दंगों में साजिश के तहत पुलिस के जवानों पर फेंका गया था तेजाब

स्पेशल सेल ने चार्जशीट में सबसे बड़ा और चौंकाने वाला खुलासा किया है. इसमें कहा गया है कि गवाहों और सबूतों के आधार पर दावा किया है कि दंगों के पहले प्लान के तहत तेजाब इकट्ठा करके रखा गया था.

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अरविंद ओझा

  • नई दिल्ली,
  • 21 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 2:41 PM IST
  • स्पेशल सेल ने किया बड़ा खुलासा
  • UAPA के तहत दर्ज हुई थी FIR

नॉर्थ ईस्ट दिल्ली दंगों के मामले में दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने एक और चार्जशीट दाखिल की है. चार्जशीट में खुलासा किया गया है कि कैसे दंगे की साजिश पहले से ही रची गई थी, यानी सब कुछ प्री-प्लान था.

स्पेशल सेल ने दंगों के बाद UAPA के तहत FIR दर्ज की थी और साजिश की जांच कर रही थी. दिल्ली पुलिस ने हाल ही में कड़कड़डूमा कोर्ट में उमर खालिद, शरजील इमाम, ताहिर हुसैन, सफुरा जरगर समेत कुल 17 लोगों के खिलाफ IPC की धारा 307, 302 और कई संगीन धाराओं के अलावा UAPA के तहत चार्जशीट दाखिल की है. 

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स्पेशल सेल ने चार्जशीट में सबसे बड़ा और चौंकाने वाला खुलासा दंगों की तेजाबी साजिश को लेकर किया है. स्पेशल सेल ने गवाहों और सबूतों के आधार पर दावा किया है कि दंगों के पहले प्लान के तहत तेजाब इकट्ठा करके रखा गया था और साजिश के तहत कानून व्यवस्था संभाल रहे दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों पर उस तेजाब से हमला किया गया था.

दरअसल, नॉर्थ ईस्ट दंगों के दौरान लॉ एंड ऑर्डर संभाल रहे सीमा सुरक्षा बल के जवान श्रीनिवासन राव समेत कुल 4 अफसरों और दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल रविंद्र पर तेजाब से दंगाइयों ने हमला किया था. दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने इन तमाम अफसरों का बयान किया था. उसके बाद इनके शरीर पर फेंके गए केमिकल की जांच FSL से करवाई थी.

FSL ने केमिकल एग्जामिनेशन के बाद दिल्ली पुलिस को दी गई रिपोर्ट में खुलासा किया कि जवानों पर जो केमिकल फेंका गया था वो हाइड्रोक्लोरिक एसिड था. स्पेशल सेल ने जवानों के बयान के अलावा 11 अलग-अलग तस्वीरों और लोकल लोगों के बयान को चार्जशीट में शामिल किया है और दावा किया की तेजाब से हमला पूरी तरह से प्री प्लान था और साजिश का हिस्सा था. 

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स्पेशल सेल ने इस चार्जशीट में दंगों के पहले 22 फरवरी को चांद बाग में दंगों की साजिश के लिए हुई एक खुफिया मीटिंग का भी खुलासा किया, वो भी सीसीटीवी की तस्वीरों के साथ. स्पेशल सेल के मुताबिक 22 फरवरी को चांद बाग इलाके में Aiyaz's Basement में एक मीटिंग हुई थी. मीटिंग में अहतर खान, शादाब, सलीम और सुलेमान सिद्दकी शामिल थे. मीटिंग में अहतर खान ने कहा था कि जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे जो रोड ब्लॉक हुआ उसी तरह का रोड ब्लॉक चांद बाग समेत दिल्ली में कई जगह करेंगे, जिस से दिल्ली में देंगे हो जाएं और सरकार काला कानून वापस ले ले. स्पेशल सेल की टीम Aiyaz's Basement पर पहुंची और सीसीटीवी खंगाला तो मीटिंग में शामिल लोग मीटिंग से बाहर आते दिखाई दिए. इस मीटिंग को लेकर कुछ गवाहों के बयान भी दिल्ली पुलिस के पास हैं जिसमें मीटिंग को लेकर खुलासा किया गया है.

पुलिस ने दंगो के ठीक एक दिन पहले 23 फरवरी को चांद बाग इलाके में हुई एक खुफिया मीटिंग का खुलासा भी किया है. पुलिस के मुताबिक 23 फरवरी को चांद बाग के Mukhtiyar's House में एक मीटिंग हुई थी. मीटिंग में अतहर खान ने कहा था की नदीम भाई काफी अपसेट हैं. CCTV लगे होने की वजह से दंगे नहीं हो पा रहे हैं, इसलिए CCTV तोड़ दो. सीसीटीवी तोड़ने की जिम्मेदारी सलीम मुन्ना समेत कुछ लोगों को दी गई थी. हम आपको बता दें की स्पेशल सेल ने अपनी साजिश को लेकर सबसे पहले दाखिल की गई चार्जशीट में सीसीटीवी को तोड़ते हुए के कई फुटेज सबूतों के साथ अदालत में दाखिल किया था.

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