दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी में एक साल के अपने कामकाज का लेख-जोखा पेश किया. दिल्ली पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सालभर की पुलिस की गतिविधियों की जानकारी दी.
दिल्ली पुलिस आयुक्त ने बताया कि दिल्ली दंगे और कोरोना काल पुलिस के लिए चैलेंज रहा. दिल्ली दंगा से संबंधित 400 केस में 1818 लोग गिरफ्तार किए गए जबकि स्पेशल सेल ने एक मामला दर्ज किया. इस मामले में तीन एसआईटी गठित की गई थी. क्राइम ब्रांच ने वैज्ञानिक तरीके से दिल्ली हिंसा मामले की जांच की. इसमें टेक्नोलॉजी का भी इस्तेमाल किया गया.
पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने बताया कि 2020 में पुलिस के सामने चुनौतियां काफी थीं. उऩ्होंने नार्थ ईस्ट दिल्ली में दंगे, कोविड, क्राइम कंट्रोल, साइबर क्राइम, ईओडब्ल्यू, सोशल मीडिया आउटरीच, पुलिस मोरल, टेक्नोलॉजी, लॉ एंड ऑर्डर को लेकर पुलिस की चुनौतियों का उल्लेख किया. उन्होंने बताया कि पुलिस को प्रेरित करने और उनके मोटिवेशन के लिए काम किया गया.
दिल्ली नार्थ ईस्ट दंगों की जांच के बारे में उन्होंने बताया कि पिछले साल 24-25 फरवरी को हुई हिंसा में 53 लोगों की मौत हुई थी जबकि 581 घायल हुए थे. जो भी शिकायतें आईं उसके हिसाब से 755 एफआईआर दर्ज की गई थीं. तीन एसआईटी बनाई गई. 60 केस क्राइम ब्रांच को सौंपे गए. 1818 लोग गिरफ्तार किए गए.
जांच में टेक्नोलॉजी की मदद
दिल्ली पुलिस ने बताया कि आपराधिक मामलों की जांच में तकनीकी की मदद ली गई. वीडियो विश्लेषण, सीसीटीवी फुटेज का FRS एनालाइज किया गया. इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से डेटा रिकवर किया गया. मौजूदगी जानने के लिए जियो लोकेशन ली गई. क्राइम स्पॉट की ड्रोन मैपिंग कराई गई. डीएनए फिंगर प्रिंट्स लिए गए. इसके अलावा मामलों को सुलझाने के लिए ई वाहन डाटाबेस, फेशियल रिकंस्ट्रक्शन, फंड फ्लो एनालाइज, फ़ॉरेंसिक, फिजिकल, केमिकल, बायोलॉजिकल, बैलेस्टिक वीडियो फोटोग्राफ आदि का सहारा लिया गया. 231 आरोपी सीसीटीवी फुटेज के जरिये गिरफ्तार किए गए. कपड़ों के कलर के हिसाब से दंगाई पकड़े गए.
कोविड मैनेजमेंट
पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव के मुताबिक कोरोना काल मे पुलिस ने 3 करोड़ जनता की मदद की. बिना अपनी परवाह किए सबकी मदद की. कोरोना के नियम का पालन करते हुए गरीब लोगों के घरों तक खाना पहुंचाया.
क्राइम कंट्रोल कैसे किया?
दिल्ली पुलिस ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में 2019 से 2020 में 15.87 फीसदी आपराधिक मामलों में कमी आई. गिरफ्तारी 15.43 प्रतिशत बढ़ी. 2019 में 316261 केस दर्ज किए गए जबकि 2020 में 2,66,070 केस दर्ज हुए. ऑनलाइन शिकायतों का रजिस्ट्रेशन बढ़ा है.
लूट के मामले
2019- 15
2020- 9
डकैती
2019-1956
2020-1963
छीन-झपटी
2019- 6266
2020- 7965
चोरी
2019- 46205
2020- 35019
बच्चों की किडनैपिंग और फिरौती
2019- 15
2020- 11
रेप
2019- 2168
2020- 1699
मोलेस्टेशन
2019- 2921
2020- 2186
अरविंद ओझा / तनसीम हैदर