दिशा रेप केस के चारों आरोपियों का तेलंगाना पुलिस ने शुक्रवार की सुबह एनकाउंटर कर दिया. ये चारों आरोपी पुलिस कस्टडी में थे. पुलिस उन्हें मौके पर साक्ष्य कलेक्ट करने के लिए लेकर गई थी. कमिश्नर वीसी सज्जनार ने शुक्रवार दोपहर को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरी घटना के बारे में मीडिया को बताया.
सज्जनार ने बताया कि 27-28 नवंबर की रात दिशा (गैंगरेप पीड़िता का बदला हुआ नाम) का गैंगरेप कर मर्डर कर दिया गया. दिशा की जली हुई बॉडी चत्तनपल्ली, शादनगर में मिली.
पुलिस ने वैज्ञानिक साक्ष्यों को कलेक्ट किया और उसके आधार पर चार आरोपियों को नारायणपेट से अरेस्ट किया.
उसके बाद पुलिस ने 2 दिसंबर को घटना का खुलासा करने के लिए उनकी रिमांड मांगी. उन्हें 10 दिन की पुलिस रिमांड मिली. आरोपियों को 12 दिसंबर तक पुलिस कस्टडी में रहना था.
रिमांड के दौरान घटना के संबंध में उनसे पर्याप्त सबूत मिले. पीड़िता का भी मोबाइल फोन बरामद हुआ, जिससे उसका भी फोन रिकॉर्ड चेक हुआ.
शुक्रवार सुबह पुलिस उन्हें मौके से और साक्ष्य कलेक्ट करने के लिए ले गई थी. तभी उन्होंने पुलिस पार्टी पर हमला कर दिया. आरोपियों ने पुलिस से दो हथियार छीन लिए. पुलिस ने उन्हें चेतावनी दी और उसके बाद गोलीबारी शुरू हो गई.
इस गोलीबारी में चारों आरोपी गोली लगने से मारे गए. इस गोलीबारी में एक सब इंस्पेक्टर और एक कॉन्स्टेबल घायल हो गया.
सायबराबाद पुलिस कमिश्नर ने आगे बताया कि हमने आरोपियों का डीएनए टेस्ट भी किया है, ये सभी लोग कर्नाटक-तेलंगाना में कई मामलों में आरोपी थे. शुक्रवार सुबह 5.45 से 6.15 बजे के बीच में एनकाउंटर हुआ, इन आरोपियों के नाम कई अन्य केस से भी जुड़े हैं, जिसकी जांच चल रही है.
बता दें कि हैदराबाद गैंग रेप कांड ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था. 27 नवंबर 2019 को एक वेटनरी डॉक्टर के साथ चार लड़कों ने हैवानों जैसी हरकत की और गैंग रेप के बाद उसके शव को जला दिया था. इस केस में चारों आरोपी गिरफ्तार कर जेल भेज दिए गए थे. पुलिस जब उन चारों को जब शुक्रवार सुबह घटना स्थल पर लेकर गई तो उन्होंने भागने की कोशिश की. नतीजन, तेलंगाना पुलिस ने चारों का एनकाउंटर कर दिया.
घटना वाले दिन हैदराबाद रेलवे स्टेशन से 24 किलोमीटर दूर शमशाबाद टोल प्लाजा है जहां पीड़िता ने अपनी स्कूटी रखी थी. यहीं पास के खाली मैदान में पीड़िता के साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया गया.
गैंगरेप के बाद आरोपी, शमशाबाद टोल प्लाजा से बॉडी को 27 किलोमीटर दूर चत्तनपल्ली पुलिया, शादनगर तक ले जाते हैं. यह जगह तेलंगाना के रंगा रेड्डी जिले के शादनगर में आती है. इस पुलिया के आसपास खाली जगह है और चारों तरफ सन्नाटा रहता है. यह जगह राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर ही मौजूद है. इसी जगह पर चारों आरोपियों का शुक्रवार 6 दिसंबर 2019 की सुबह 3 से 6 बजे के बीच एनकाउंटर हुआ.