एक ने चेन-अंगूठी बेची, दूसरे ने मोबाइल, तीसरे ने बाइक की जुगाड़ की और चौथे ने मर्डर की हामी भरी. इनकी दुश्मनी के कारण अलग-अलग थे, लेकिन इन सबका मकसद एक था. दो दुश्मनों को इन्होंने गोली से उड़ा भी दिया था और तीसरे को मारने की तैयारी थी, तभी वे पुलिस गिरफ्त में आ गए. यह सनसनीखेज मामला देश की राजधानी दिल्ली का है.
दो दोस्तों ने बहादुरगढ़ और छावला में एक ही दिन में दो लड़कों से बदला लेने के लिए गोली मारकर हत्या की थी. इनके साथ एक तीसरा लड़का भी पकड़ा गया जो एक तीसरे शख्स का मर्डर करने वाला था. पकड़े गए तीनों लड़कों की दुश्मनी के कारण अलग-अलग थे. बीते 26 अक्टूबर को पहले उनके एक दुश्मन सनी का बहादुरगढ़ में मर्डर किया गया. उसके बाद दिल्ली छावला इलाके में आकर जितेंद्र नाम के शख्स को गोली मार दी गई.
इनमें से एक की शादी को लेकर दुश्मनी थी, दूसरे की गर्लफ्रेंड को लेकर और तीसरे की फैमिली की वजह से दुश्मनी थी. तीन में से 2 अच्छी फैमली से हैं. आरोपी मयंक ने डी.फार्मा किया हुआ है और सचिन ने बीसीए कर रखा है.
पुलिस के अनुसार, इन तीनों ने आपस मे मिलकर योजना बनाई और हथियार के लिए एक ने चेन-अंगूठी बेची, दूसरे ने मोबाइल जिससे हथियार खरीदा गया. तीसरे ने वारदात के लिए बाइक देने की बात कही और चौथे ने कहा कि उसके पास बेचने के लिए कुछ नहीं है तो मर्डर वही करेगा. जिसको गोली मारनी होगी, वह मारेगा. इस तरह 4 लड़कों ने मिलकर दो का काम तमाम कर दिया लेकिन शनिवार को तीसरे का काम तमाम करने के चक्कर मे तिहाड़ जेल पहुंच गए. आरोपियों ने पुलिस से बचने के लिए तमाम हथकंडे अपनाए जिससे वारदात के बाद पुलिस की पहुंच उन तक न हो, लेकिन वह इसमें कामयाब न हो सके.
डी. फार्मा मयंक यादव की मां ने रिलेशन में किसी लड़की की शादी जितेंद्र उर्फ जीतू करवाई थी लेकिन बाद में जितेंद्र ने शादी तोड़ दी. इस पर लोग मयंक और उसकी मां को ताना देने लगे तो मयंक ने जितेंद्र से बदला लेने का सोची. वहीं, बीसीए किया हुआ सचिन गुलिया, नोएडा की कंपनी में काम कर चुका है. उसकी गर्लफ्रेंड ने उसे छोड़ दिया था जिसको लेकर वह गर्लफ्रेंड के नए प्रेमी रोबिन को टारगेट करना चाह रहा था. इस टारगेट को शनिवार को खत्म करना था. तीसरे साथी कपिल की उसके बड़े भाई से, सन्नी डाबला की लड़ाई थी, जिसे वह मारना चाह रहा था.