आठ साल पहले हुए ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी हरियाणा पुलिस ने सुलझाई तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ. मृतक की पत्नी ने 8 साल बाद जब इसकी फिर शिकायत की तो इस केस की दोबारा जांच हुई. एक महीने में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जो मृतक का ही दोस्त निकला. (प्रतीकात्मक फोटो)
भिवानी में पुलिस ने 8 साल पुराने ब्लाइंड मर्डर केस की गुत्थी को सुलझाने में सफलता हासिल की है. पुलिस ने 2012 में गांव ढ़ाणा लाडनपुर में मिले अधजले शव मामले के आरोपी को गिरफ्तार किया है. (प्रतीकात्मक फोटो)
चौंकाने वाली बात ये है कि इस मामले में एक दोस्त ही दूसरे दोस्त के खून का प्यासा बन गया. उसने अपने दोस्त को मौत के घाट उतारकर उसे रेलवे लाइन के पास अधजली अवस्था में छोड़ दिया. फिलहाल पुलिस ने 8 साल से फरार हत्या के आरोपी को पकडऩे में सफलता हासिल की है. (प्रतीकात्मक फोटो)
जानकारी के अनुसार, 2012 में सदर पुलिस को गांव ढ़ाणा लाडनपुर रेलवे फाटक के पास एक अधजला शव बरामद हुआ था. पुलिस ने इसमें मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी.
इस मामले में आरोपी का कोई सुराग न लग पाने के कारण आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया जा सका. लेकिन 8 जून 2020 को एक महिला ने पुलिस अधीक्षक संगीता कालिया को एक शिकायत सौंपी, जिसमें महिला ने बताया कि 2 दिसंबर 2012 को गांव ढाणा लाडनपुर रेलवे फाटक के पास मिली लाश उसके पति की है और इस मामले में दोबारा जांच की मांग की. (प्रतीकात्मक फोटो)
सदर एसएचओ श्रीभगवान ने 14 जुलाई को एक आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. इस बारे में सदर थाना एसएचओ श्रीभगवान ने बताया कि आरोपी की पहचान चरखी दादरी के कलाली गांव निवासी कुलदीप के रूप में हुई है. (प्रतीकात्मक फोटो)
पुलिस द्वारा आरोपी कुलदीप से पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी कुलदीप व मृतक गजराज की मुलाकात वर्ष 2009 में हुई थी. दोनों पेशे से ट्रक चालक हैं. आरोपी कुलदीप व गजराज पहले अपने गांव से भिवानी के सेक्टर 13 में किराए पर रहने के लिए आए. उसके बाद तोशाम में सिवानी रोड पर किराए पर रहे. इसके बाद राजस्थान के राजगढ़ में किराए के मकान में रहने लगे. (प्रतीकात्मक फोटो)
आरोपी ने बताया कि एक फरवरी 2012 को कुलदीप ने गजराज को शाम के समय दुर्गा कॉलोनी पर बुलाया और अपने लड़के व तीन-चार अन्य लोगों के साथ मिलकर गजराज की हत्या कर दी. फिर गजराज के शव को गाड़ी में डालकर रेलवे फाटक के पास उसमें आग लगा दी. आरोपी कुलदीप ने गजराज की नाबालिग लड़की की शादी अपने बेटे से करवाई थी. (प्रतीकात्मक फोटो)