उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले में एक 21 साल की छात्रा ने अपने ही घर में संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगाकर जान दे दी. परिजनों का कहना है कि छात्रा का 4 अज्ञात लोगों द्वारा अपहरण कर 2 दिनों तक टॉर्चर किया गया था. घटना सदर कोतवाली की है. पुलिस ने मामले में परिजनों की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. (प्रतीकात्मक फोटो)
परिजनों के अनुसार, 21 साल की बीए सेकेंड ईयर की छात्रा 27 दिसंबर को जिला महिला अस्पताल में गई थी. वहां से लौटते समय उसका मारुति वैन सवार 4 अज्ञात लोगों ने अपहरण कर लिया, जिसकी शिकायत पुलिस से की गई थी. पुलिस ने छात्रा की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर ली थी लेकिन 2 दिनों बाद छात्रा की जानकारी एक मंदिर के महंत द्वारा दी गई.
जब परिजन मौके पर पहुंचे तो घबराई हुई छात्रा ने बताया कि उसे एसपी बंगले के पीछे जंगल में 2 दिनों तक बंधक बनाकर रखा गया. उसको 2 दिनों तक बेहोशी की दवा के द्वारा जंगल में हाथ बांधकर रखा गया था. जैसे ही उसे होश आया तो जैसे-तैसे आरोपियों के चंगुल से छूटकर भागकर पास में ही बने एक मंदिर में पहुंची जहां से उसके परिजन उसे अपने साथ ले गए.
पुलिस को उसने जो बयान दिए, उनके आधार पर पुलिस ने 4 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी थी लेकिन मंगलवार सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में छात्रा ने घर पर फांसी लगाकर जान दे दी.
इस मामले में ललितपुर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सोमवार को लड़की के पिता ने शिकायत दी गई थी, जिसके बाद लड़की के बयानों के आधार पर 4 अज्ञात अपहरणकर्ताओं के खिलाफ धारा 363 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था. मंगलवार को उस लड़की ने अपने घर मे ही फांसी लगाकर जान दे दी है. लड़की ने किन परिस्थितियों में जान दी है, इसकी भी गहनता के साथ छानबीन की जा रही है. जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी. (प्रतीकात्मक फोटो)