UP: देवरिया जेल से कैदी ने बीजेपी नेता को किया कॉल, कहा- करा दीजिए जमानत

बीजेपी नेता का कहना है कि जेल से उसे धमकी मिली है. वहीं मोबाइल के साथ जेल में पकड़े गए कैदी ने बीजेपी नेता को फोन करने की बात को स्वीकार किया है, लेकिन यह भी कहा कि उसने धमकी नहीं दी थी.

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देवरिया जेल (फाइल फोटो) देवरिया जेल (फाइल फोटो)

अमितेश त्रिपाठी / राम प्रताप सिंह

  • महराजगंज/देवरिया,
  • 18 मार्च 2021,
  • अपडेटेड 1:00 PM IST
  • देवरिया जेल से कैदी ने किया फोन
  • बीजेपी नेता से बोला- जमानत करा दीजिए

महराजगंज में असलहा लाइसेंस के लिए अपने ही उपर जानलेवा हमले की साजिश में जेल से छूट कर आए जिले के एक भाजपा नेता के फोन पर आए एक कॉल ने देवरिया व महराजगंज जिले में सनसनी मचा दी है. यह फोन कॉल देवरिया जेल से आया था. भाजपा नेता की शिकायत पर जेल की जांच हुई.

इस दौरान जेल के टॉयलेट में छिपाकर रखा गया मोबाइल फोन बरामद हुआ. फोन करने वाला शख्स भी जेल की बैरक संख्या दस में पकड़ लिया गया. इस मामले में बीजेपी नेता का कहना है कि जेल से उसे धमकी मिली है. वहीं मोबाइल के साथ जेल में पकड़े गए कैदी ने बीजेपी नेता को फोन करने की बात स्वीकार ली है, लेकिन यह भी कहा कि उसने धमकी नहीं दी थी.

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दरअसल बीजेपी नेता के साथ वह गोरखपुर के जेल में बंद था. इस दौरान उसने भाजपा नेता की बड़ी खिदमत की थी. उसी दौरान भाजपा नेता ने आश्वासन दिया था कि जब वह जेल से छूट कर बाहर जाएंगे तो जमानत करा देंगे. उसी वादे को याद दिलाने के लिए उसने जेल से फोन किया था. 

तीन साल पहले अपने ही तहरीर पर जेल गए थे बीजेपी नेता
जिस बीजेपी नेता को देवरिया जेल से फोन आया, वह नगर पालिका परिषद महराजगंज के पंतनगर वार्ड के निवासी हैं. तीन साल पहले उन्होंने महराजगंज कोतवाली में तहरीर दिया था कि फरेंदा रोड पर एक मिष्ठान भंडार पर उनके ऊपर जानलेवा हमला हुआ था. दुकान की सीसीटीवी खंगाली गई थी. 

इसके बाद यह पता चला था कि भाजपा नेता को असलहा लाइसेंस की चाहत थी. कई बार प्रयास कर चुके थे, लेकिन सफलता नहीं मिली थी. शस्त्र लाइसेंस के लिए ही वह अपने ऊपर जानलेवा हमला की साजिश रचे थे. जांच के बाद पहले वादी बने भाजपा नेता मुल्जिम बन गए. 

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फोन करने वाला कैदी देवरिया जेल में है बंद
जेल से फोन के मामले की जांच में जो बातें सामने आई है, उसके मुताबिक फोन करने वाला कैदी योगेन्द्र एक नाबालिग को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने के आरोप में धारा 305 आईपीसी के तहत पहले गोरखपुर जुनेबाइल जेल में बंद था. वह कुशीनगर का रहने वाला है. जुनेबाइल जेल में ही बीजेपी नेता धारा 307 आईपीसी, 120 बी के अलावा कई अन्य धारा में बंद थे.

योगेन्द्र के मुताबिक, उसी दौरान भाजपा नेता से उसकी मुलाकात हुई थी. प्रभावशाली भाजपा नेता को देख वह खिदमत करता रहता था. योगेन्द्र के मुताबिक, उसी दौरान भाजपा नेता ने सेवा से खुश होकर जमानत कराने का वादा किया था. बाद में भाजपा नेता छूट गए. बालिग होने के बाद योगेन्द्र को गोरखपुर से देवरिया जेल में स्थानांतरित कर दिया गया.

भाजपा नेता का यह है आरोप
इस मामले में भाजपा नेता ने कहा कि देवरिया जेल से धमकी मिलने के फौरन बाद वह देवरिया के जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक व जेल अधीक्षक को फोन के माध्यम से पूरी घटना की जानकारी दी. धमकी देने वाले को जेल के बैरक संख्या 10 से पकड़ लिया गया है. उसके पास से मोबाइल फोन भी बरामद हुआ है.

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