राजस्थान: जंगल में घसीटकर नाबालिग से गैंगरेप, पत्थर से कुचलकर कर दी हत्या

राजस्थान के बूंदी में 15 वर्षीय आदिवासी नाबालिग लड़की के साथ रेप को अंजाम देने के बाद पत्थर से कुचलकर उसकी हत्या कर दी गई गई. परिजनों ने तलाश किया तो जंगल में लड़की का शव मिला. मामले में तीनों आरोपियों को गिरफ़्तार किया गया है.

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शरत कुमार

  • बूंदी,
  • 25 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 9:14 AM IST
  • बूंदी में आदिवासी लड़की से गैंगरेप
  • गैंगरेप के बाद पत्थर से कुचलकर हत्या

राजस्थान के बूंदी में 15 वर्षीय आदिवासी नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप को अंजाम देने के बाद पत्थर से कुचलकर उसकी हत्या कर दी गई गई. परिजनों ने तलाश किया तो जंगल में लड़की का शव मिला. मामले में तीनों आरोपियों को गिरफ़्तार किया गया है.

तीन हैवानों ने पहले किशोरी के साथ बलात्कार किया और फिर गला घोंट कर उसे मार डाला था. विरोध करने पर उन्होंने नाबालिग के शरीर को नोच डाला था. गिरफ़्तार तीनों में से एक आरोपी नाबालिग है. सिर्फ 12 घंटे में मामले का खुलासा कर पुलिस ने दुष्कर्म और हत्या प्रकरण का मामला दर्ज किया. वारदात बूंदी जिले के बसोली थाना इलाके के काला कुआं गांव की है. यहां तीन दरिंदे एक 15 वर्षीय बालिका को अपहरण कर जंगल में ले गए और वहां से बारी- बारी से गैंगरेप की घटना को अंजाम देने के बाद में ,पहले उसका गला घोंटा और पत्थर से उसकी सिर कुचल दिया. वे लोग लड़की को घसीटते हुए उसे जंगल में गए थे.

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परिवार लड़की को ढूंढ़ने लगा तो गांव की किसी महिला ने बताया कि इधर जंगल से लड़की की चीखने की आवाज आई थी. लड़की का पिता ढूंढता हुआ गया तो वहां पीड़िता के शव को नग्न अवस्था में पाया.

 जब पुलिस को इस पूरे घटनाक्रम का पता लगा तो मौके पर बसोली थाना पुलिस पहुंची और आला अधिकारियों को सूचना दी गई.  जैसे ही पुलिस अधीक्षक जय यादव को मामले की जानकारी लगी, वे  अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के साथ मौके पर पहुंचे ,और हालातों का जायजा लिया. मौके पर ही एफएसएल टीम और डॉग स्क्वायड बुलाया गया. डॉग स्क्वायड की मदद से आरोपियों की पहचान की गई.

पुलिस का कहना है कि हम सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे और मृतक बालिका के शव को कपड़े से ढंका. शव पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल की मोर्चरी में मैं रखवाया गया. यहां पर आज परिजनों की मौजूदगी में मृतक बालिका के शव का पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया. परिजनों  की मांग के अनुरूप प्रशासन द्वारा ₹500000 की आर्थिक सहायता सहित मनरेगा में रोजगार का भी आश्वासन दिया गया है.

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