वो कहते हैं ना कि कई बार जो होता है, वो दिखता नहीं और जो दिखता है, वो होता नहीं. इस वारदात की कहानी भी कुछ ऐसी ही है. मध्य प्रदेश के राजगढ़ में बीच सड़क पर एक भयानक एक्सीडेंट होता है. 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से भाग रही एक कार एक बाइक सवार को उड़ा देती है. यानी मामला रोड एक्सीडेंट का लगता है. लेकिन इसके बाद जो राज खुलता है वो सिर्फ़ राजगढ़ नहीं बल्कि पूरे मध्य प्रदेश को चौंका देता है.
मध्य प्रदेश के ब्यावरा बाईपास पर स्थिति एक पेट्रोल पंप पर लगे सीसीटीवी कैमरे में एक भयानक हादसे की तस्वीरें कैद होती हैं. करीब 100 किलोमीटर की रफ्तार से गुजरती एक कार हाई वे पर एक बाइक को पीछे से रगड़ती और कुचलती हुई आगे निकल जाती है. ये रफ्तार, ये टक्कर और ये शोर इतना भयानक है कि आस-पास के लोग आवाज सुन कर ही कांप उठते हैं. लोग फौरन दौड़ कर मौके पर पहुंचते हैं. सड़क पर पड़े बाइक सवार को उठाते हैं.
बाइक सवार को लेकर अस्पताल जाते हैं. लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो जाती है. 10 सितंबर को हुई ये वारदात पहली नजर में बेशक एक्सीडेंट लगे, लेकिन ये एक्सीडेंट नहीं बल्कि सोची समझी साजिश के तहत किए गए कत्ल का है. जिस बाइक सवार का कत्ल हुआ है, वो भी कोई मामूली आदमी नहीं बल्कि ब्यावरा पुलिस का एक इंस्पेक्टर है. सब इंस्पेक्टर दीपांकर गौतम. लेकिन सवाल कि उसकी जान किसने और क्यों ली थी.
पुलिस सूत्रों की मानें एसआई दीपांकर गौतम के एक कांस्टेबल पल्लवी के साथ नजदीकी रिश्ते थे. जबकि करण ठाकुर नाम का एक लड़का पल्लवी से पहले से प्यार करता था. साल 2018 को जब पल्लवी की किसी और से शादी तय हुई, तो करण इतना खफा हुआ कि उसने गोली मार कर पहले पल्लवी की जान लेने की कोशिश की और फिर खुद को शूट कर लिया. लेकिन इत्तेफाक से इस घटना में दोनों की जान बच गई.
इसी मामले में करण जेल चला गया और इधर पल्लवी दीपांकर गौतम के करीब आ गई. लेकिन जब करण जेल से बाहर निकला तो पल्लवी फिर से अपने पुराने आशिक करण के करीब आ गई. अब करण ने दीपांकर को पल्लवी से दूर रहने की चेतावनी दी. करण शादीशुदा दीपांकर को पल्लवी से हमेशा हमेशा के लिए दूर करना चाहता था. इसी के तहत उसने पल्लवी को दीपांकर के कत्ल के लिए तैयार किया. इसके लिए साजिश रची गई.
पल्लवी ने पहले दीपांकर को फोन कर खुद से मिलने के लिए बुलाया, लेकिन वहां करण भी मौजूद था. खतरा भांप कर दीपांकर अपनी बाइक से वापस लौटने लगा, लेकिन तभी पीछे से कार पर आए पल्लवी और करण ने दीपांकर को हाई-वे पर ही उड़ा दिया. वारदात के बाद दोनों ने थाने में सरेंडर कर दिया, मामले को एक्सीडेंट बताने की कोशिश की. लेकिन चश्मदीदों की गवाही और पुरानी हिस्ट्री से कत्ल का राज खुल गया.
सुप्रतिम बनर्जी / पंकज शर्मा