राजस्थानः दौसा के पूर्व एसपी मनीष अग्रवाल गिरफ्तार, जबरन वसूली का आरोप

दौसा जिले के पुलिस कप्तान रह चुके अधिकारी मनीष अग्रवाल खुद जबरन वसूली और रिश्वतखोरी के मामले में फंस गए. एंटी करप्शन ब्यूरो ने पुलिस अधिकारी मनीष को जयपुर से गिरफ़्तार कर लिया.

Advertisement
एसीबी की टीम ने मनीष अग्रवाल को जयपुर से गिरफ्तार किया है एसीबी की टीम ने मनीष अग्रवाल को जयपुर से गिरफ्तार किया है

शरत कुमार

  • जयपुर,
  • 02 फरवरी 2021,
  • अपडेटेड 5:50 PM IST
  • मनीष अग्रवाल पर एक कंपनी से वसूली का आरोप
  • मनीष के साथ पकड़ा गया नीरज नामक दलाल
  • रिश्वतखोरी के मामलों में एसीबी का एक्शन जारी

राजस्थान के दौसा में तैनात रहे पूर्व पुलिस अधीक्षक मनीष अग्रवाल को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने गिरफ्तार कर लिया. उनकी गिरफ्तारी की वजह एक कंपनी से जबरन पैसा वसूली बताया जा रहा है. उनके साथ ही एक और शख्स को गिरफ्तार किया गया है. जिसे दलाल बताया जा रहा है.

जानकारी के मुताबिक दौसा जिले के पुलिस कप्तान रह चुके अधिकारी मनीष अग्रवाल खुद जबरन वसूली और रिश्वतखोरी के मामले में फंस गए. एंटी करप्शन ब्यूरो ने पुलिस अधिकारी मनीष को जयपुर से गिरफ़्तार कर लिया. 

Advertisement

एसीबी की टीम ने मनीष अग्रवाल के साथ नीरज नामक एक दलाल को भी गिरफ़्तार किया है. इन दोनों पर आरोप है कि इन्होंने मिलकर सड़क बनाने वाली एक कंपनी से ज़बरन पैसा वसूल किया है. अब इन दोनों से पूछताछ किए जाने की तैयारी है.

देखेंः आज तक Live TV

बता दें कि नवंबर 2020 में जैसलमेर में एक रिटायर्ड आरएएस अधिकारी को बाड़मेर में 5 लाख रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया था. अधिकारी के साथ ही एक दलाल को भी गिरफ्तार किया गया था. सेवानिवृत्त आरएएस को भूतपूर्व सैनिकों तथा पौन्ग विस्थापितों को आवंटित की जानेवाली जमीनों में दलाल के माध्यम से 5 लाख रुपये रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया था. 

इसी तरह से फरवरी 2020 में राजस्थान में एंटी करप्शन ब्यूरो ने परिवहन विभाग के 8 अधिकारियों और 7 दलालों को गिरफ्तार किया था. इस कार्रवाई में करीब डेढ़ करोड़ रुपये नकद बरामद हुए थे. हालांकि इस परिवहन मंत्री ने एंटी करप्शन ब्यूरो पर ही सवाल उठा दिए थे.

Advertisement

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement