महाराष्ट्र के पालघर जिले के नालासोपारा इलाके में पुलिस ने एक बड़ी ड्रग्स फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है. इस मामले में 5.6 करोड़ रुपए की मेफेड्रोन ड्रग्स के साथ एक 26 वर्षीय नाइजीरियाई महिला को गिरफ्तार किया गया है. उसका एक साथी फरार है. पुलिस को संदेह है कि दोनों मिलकर इलाके में ड्रग्स के प्रोडक्शन और सप्लाई का नेटवर्क चला रहे थे.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पालघर पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि नालासोपारा के प्रगति नगर इलाके में एक महिला प्रतिबंधित नशीले पदार्थों का उत्पादन कर रही है. इस सूचना के आधार पर शुक्रवार शाम पुलिस की एक टीम ने मौके पर छापेमारी कर दी. इस छापे के दौरान एक घर में ड्रग फैक्ट्री मिली, जहां मेफेड्रोन का उत्पादन किया जा रहा था.
पुलिस ने बताया कि आरोपी महिला की पहचान रीता फाति कुरेबेवेई के रूप में हुई है. वो नाइजीरिया की रहने वाली है. छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में तैयार मेफेड्रोन, कच्चा माल, रासायनिक उपकरण और उत्पादन से जुड़ा अन्य सामान जब्त किया गया है. जब्त किए गए ड्रग्स की बाजार में अनुमानित कीमत 5.6 करोड़ रुपए बताई जा रही है.
पुलिस जांच में सामने आया है कि रीता का साथी हेनरीउचेन्ना उवाकवे नामक व्यक्ति भी इस ड्रग रैकेट में शामिल था, जो इस वक्त फरार है. दोनों पर आरोप है कि वे भारत में अवैध रूप से ड्रग्स का निर्माण और बिक्री कर रहे थे. पुलिस अब उवाकवे की तलाश के साथ-साथ इस अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क के स्थानीय और विदेशी कनेक्शनों की जांच में जुट गई है.
रीता फाति कुरेबेवेई के खिलाफ नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस अधिनियम के तहत केस दर्ज कर लिया गया है. पुलिस का कहना है कि यह मामला एक संगठित ड्रग सिंडिकेट से जुड़ा हो सकता है, जो देशभर में सप्लाई नेटवर्क फैला रहा है. पिछले कुछ महीनों में महाराष्ट्र पुलिस और एनसीबी ने कई बड़े ड्रग्स नेटवर्क को उजागर किया है.
बताते चलें कि इसी साल फरवरी में महाराष्ट्र के पालघर जिले में पुलिस ने ढाई करोड़ रुपए (2.42 करोड़) मूल्य का प्रतिबंधित नशीला पदार्थ मेफेड्रोन जब्त किया था. पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था, जो अपने घर में इस मादक पदार्थ का निर्माण कर रहा था. पुलिस को सूचना मिली थी कि पालघर के बोईसर इलाके में नशीले पदार्थ का निर्माण किया जा रहा है.
इस सूचना के आधार पर पुलिस की एक टीम ने वहां छापेमारी कर दी. पुलिस को वहां से मेफेड्रोन के अलावा, ड्रग्स बनाने के उपकरण भी बरामद हुए. गिरफ्तार आरोपी का नाम अमान मुराद था, जो केमिस्ट्री में पोस्ट-ग्रेजुएट है. उसने अपने घर को ही ड्रग्स लैब में बदल रखा था. वहां पर अवैध रूप से मेफेड्रोन तैयार कर रहा था. उसे मार्केट में सप्लाई कर रहा था.
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