नेवी जासूसी का अहम किरदार गोधरा से गिरफ्तार, व्यापारी बनकर करता था ISI के लिए काम

NIA ने खुलासा किया है कि 37 साल का इमरान सीमा पार यानी कि पाकिस्तान से कपड़ों का व्यापार करता था और इसी की आड़ में वो ISI और भारत में ISI के एजेंटों के लिए काम कर रहा था.

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प्रतीकात्मक तस्वीर (फोटो- रॉयटर) प्रतीकात्मक तस्वीर (फोटो- रॉयटर)

आशीष पांडेय

  • विशाखापत्तनम,
  • 15 सितंबर 2020,
  • अपडेटेड 1:31 PM IST
  • गोधरा से जितेली इमरान गिरफ्तार
  • नेवी जासूसी कांड में NIA का एक्शन
  • नेवी कर्मचारियों को करता था पेमेंट

विशाखापत्तनम नेवी जासूसी की जांच कर रही केंद्रीय एजेंसी एनआईए ने गोधरा से मुख्य आरोपी जितेली इमरान को गिरफ्तार किया है. इमरान पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए काम करने का आरोप है. 

NIA ने खुलासा किया है कि 37 साल का इमरान सीमा पार यानी कि पाकिस्तान से कपड़ों का व्यापार करता था और इसी की आड़ में वो ISI और भारत में ISI के एजेंटों के लिए काम कर रहा था. 

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ISI के निर्देश पर इमरान इंडियन नेवी के उन कर्मचारियों के खातों में लगातार पैसा जमा कर रहा था जो नेवी की खुफिया जानकारियों को पाकिस्तान को मुहैया करा रहे थे. 

एनआईए ने जांच के दौरान गोधरा स्थित इमरान के घर से डिजिटल डिवाइस और संवेदनशील दस्तावेज बरामद किए हैं. 

फेसबुक, व्हाट्सएप के जरिए ISI के संपर्क में आए नेवी कर्मचारी

बता दें कि ये मामला विशाखापत्तनम में नेवी की जासूसी से जुड़ा है. पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ने नेवी कर्मचारियों से संपर्क बनाए और उनके जरिए वे भारत के युद्धपोतों, सबमरीन्स और दूसरे रक्षा तैनाती की जानकारी हासिल कर रहे थे. जांच में सामने आया है कि नेवी के स्टाफ फेसबुक और व्हाट्सएप पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के एजेंटों से संपर्क में आए थे. पाकिस्तानी एजेंसियों ने इन्हें फांसने के लिए हनी ट्रैप का इस्तेमाल किया था.

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यू ट्रांसफर होता था पैसा

नेवी के स्टाफ पाकिस्तान को खुफिया जानकारी मुहैया कराते थे. इनके बदले में उनके खाते में लगातार पैसे आते थे. ये पैसे उन्हें भारत में काम करने वाले ISI के एजेंट ट्रांसफर करते थे. इमरान की तरह से ये एजेंट पाकिस्तान से दिखावे के लिए व्यापार में जुटे होते थे. ताकि किसी को इसे लेकर शक नहीं हो. 

इस मामले में 15 जून को 14 लोगों के खिलाफ चार्जशीट फाइल किया गया है. बता दें कि दिसंबर 2019 में देश की खुफिया एजेंसियों ने नेवी के 7 कर्मचारियों को गिरफ्तार किया था. इनमें 3 विशाखापत्तनम स्थित पूर्वी नेवी कमान, 3 मुंबई स्थित पश्चिमी नवल कमान और एक कर्नाटक के करवार बेस का एक स्टाफ शामिल था. 

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