मुरादाबाद: कथित लव जिहाद केस में पुलिस के यू-टर्न के बाद पीड़ित पक्ष ने सुनाई कहानी

पीड़ित लड़की ने हिंदूवादी संगठनों पर निशाना साधते हुए आगे कहा कि मैं पूछना चाहती हूं कि वो लोग ऐसा क्यों करते हैं, मैं बालिग हूं, 22 साल की हूं. अपनी मर्जी से शादी की है. हमने पेपर भी दिखाए फिर भी बजरंग दल वालों ने प्रेशर डाला. क्या बजरंग दल वाले कानून से भी ऊपर चले गए हैं.

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मुरादाबाद के कथित लव जिहाद केस में पुलिस ने लिया यू-टर्न मुरादाबाद के कथित लव जिहाद केस में पुलिस ने लिया यू-टर्न

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 21 दिसंबर 2020,
  • अपडेटेड 6:59 PM IST
  • मुरादाबाद के कथित लव जिहाद केस में पुलिस का यू-टर्न
  • मुरादाबाद पुलिस ने कोर्ट में कहा कि नहीं मिला कोई सबूत
  • पुलिस के जवाब पर कोर्ट ने लड़की के पति को किया रिहा

उत्तर प्रदेश में धर्म परिवर्तन पर सख्त कानून लाए जाने के बाद मुरादाबाद की एक शादी काफी चर्चा में आई थी. इस अंतरजातीय प्रेम विवाह पर भी लव जिहाद का आरोप लगाया था लेकिन अब मुरादाबाद के कथित लव जिहाद केस में पुलिस ने कह दिया है कि उसके पास कोई सबूत नहीं है. मुरादाबाद पुलिस के इस जवाब के बाद कोर्ट ने इस केस में गिरफ्तार किए गए लड़की के पति और उसके भाई को रिहा कर दिया है.

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बता दें कि 22 साल के राशिद को उसके भाई के साथ पांच दिसंबर को तब गिरफ्तार कर लिया गया था, जब वो अपनी शादी का रजिस्ट्रेशन कराने जा रहा था. बताया जाता है कि बजरंग दल के लोगों ने राशिद और उसकी हिन्दू पत्नी को पकड़ लिया था.

जिसके बाद राशिद पर लव जिहाद के आरोप लगाए गए और पुलिस ने लड़की को शेल्टर होम भेज दिया जबकि लड़के और उसके भाई को गिरफ्तार कर लिया. लड़की ने शेल्टर होम में उसे सही इलाज न मिलने का आरोप भी लगाया है. उसका आरोप है कि इन्हीं सब वजहों से उसका गर्भपात भी हो गया था. अब लड़की ने बजरंग दल और इलाज करने वाले डॉक्टरों पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है.

आजतक से बात करते हुए पीड़ित लड़की ने कहा, "हम इंसाफ चाहते हैं. हमें डॉक्टरों ने वहां कुछ दवाइयां और इंजेक्शन दिए थे. लेकिन उसका न तो कोई पर्चा दिया गया न ही कोई रिपोर्ट दी है जिससे पता चल सके कि क्या दवाई दी गई थी. उनके इलाज की वजह से मेरा गर्भपात हो गया, मेरा बच्चा खत्म हो गया, अब हम इंसाफ चाहते हैं."

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लड़की ने हिंदूवादी संगठनों पर निशाना साधते हुए आगे कहा, "मैं पूछना चाहती हूं कि वो लोग ऐसा क्यों करते हैं, मैं बालिग हूं, 22 साल की हूं. अपनी मर्जी से शादी की है. हमने पेपर भी दिखाए फिर भी बजरंग दल वालों ने प्रेशर डाला. क्या बजरंग दल वाले कानून से भी ऊपर चले गए हैं. हमारे साथ बदतमीजी की गई, छीना-झपटी की गई."

लड़की के पति राशिद ने आजतक से बात करते हुए कहा, "मुझे बात करने का मौका नहीं दिया गया, मुझे बुलाकर थाने में बंद कर दिया गया. हम दोनों ने अपनी मर्जी से शादी की थी. कोई जोर-जबरदस्ती नहीं की गई थी. ये कानून तो अब लागू किया गया है.

हमने तो 6 महीने पहले ही शादी कर ली थी." बता दें कि इन दोनों ने देहरादून में शादी की थी जिसके बाद मुरादाबाद में जब शादी का रजिस्ट्रेशन कराने जा रहे थे, उसी वक्त बजरंग दल के लोगों ने इन्हें पकड़ लिया था.

परिवार की रजामंदी के सवाल पर राशिद ने कहा कि मेरे घर वालों को नहीं पता था, शादी के बाद उन्हें पता चला कि मैंने शादी कर ली है. जबकि लड़की के घर वालों को पता था और उसका भाई देहरादून आया भी था. हम दोनों ने अपनी मर्जी से शादी की थी.

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