Google से खोजी बच्ची की हत्या की तरकीब, सर्च हिस्ट्री ने खोल दी पोल!

शख्स के मोबाइल फोन पर 'बच्ची  को जहर कैसे दें' और 'नवजात शिशु को कैसे मारें' जैसी चीजें गूगल सर्च हिस्ट्री में पाई गई. इसी के आधार पुलिस का शक और भी पुख्ता हो गया कि उसने बच्चे को मारने की तरकीब गूगल पर सर्च की थी.  

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aajtak.in

  • नई दिल्ली ,
  • 26 अक्टूबर 2021,
  • अपडेटेड 4:42 PM IST
  • दवा देकर बच्ची को मारने का प्लान
  • पुलिस ने जांच में पता लगाई सच्चाई

ब्रिटेन में एक शख्स ने नवजात बच्ची को जान से मारने (Try To Kill) की तरकीब गूगल में सर्च (Google Search) की. फिर उसने बच्ची को ऐसी दवा दी कि उसकी जान पर बन आई. बच्ची को आईसीयू में भर्ती कराना पड़ा. इस मामले में जांच के बाद उसे 25 साल जेल की सजा सुनाई गई है. आइए जानते हैं पूरा किस्सा.. 

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'डेली मेल' की रिपोर्ट के मुताबिक, बर्मिंघम (Birmingham) निवासी 21 वर्षीय जैमर बेली (Jamar Bailey) को एक नवजात को जानबूझकर नुकसान पहुंचाने के शक में गिरफ्तार किया गया. बेली पर आरोप लगा कि उसने Google पर 'हाउ टू पॉइज़न ए बेबी' सर्च किया और फिर बच्ची को हानिकारक दवाएं खिलाईं. जिसके चलते बच्ची की हालत इतनी बिगड़ी कि उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. 

यूरिन टेस्ट से बच्ची के शरीर में सोडियम वैल्पोरेट (Sodium Valporate) का पता चला. ये मिर्गी और दूसरे विकार के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवा है, जो बच्ची के लिए घातक हो सकती थी. बेली ने ये दवा नवजात को दी थी. 

गूगल सर्च हिस्ट्री से शक हुआ पुख्ता!

हैरानी की बात यह है कि अधिकारियों को बच्ची की दूध की बोतल में भी दवा के सबूत मिले. बेली के मोबाइल फोन पर 'बच्ची  को जहर कैसे दें' और 'नवजात शिशु को कैसे मारें' जैसी चीजें गूगल सर्च हिस्ट्री में पाई गई. इसी के आधार पुलिस का शक और भी पुख्ता हो गया कि उसने बच्चे को मारने की तरकीब खोजने के लिए गूगल सर्च किया था. 

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बेली ने इस साल जून में हत्या के प्रयास को स्वीकार किया और बीते सोमवार को उसे बर्मिंघम क्राउन कोर्ट ने जेल भेज दिया. सुनवाई के बाद उसे 25 साल जेल की सजा दी गई. बेली को पैरोल के लिए आवेदन करने के योग्य होने से पहले दो तिहाई सजा काटनी होगी.

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