झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा इलाके से एक दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है. जहां 'हड़िया' यानी स्थानीय चावल की बीयर पीने को लेकर हुए विवाद के बीच 50 वर्षीय पैरा-टीचर की बेरहमी से हत्या कर दी गई.
जानकारी के अनुसार, मृतक की पहचान पुरनापानी गांव के पैरा-टीचर मुकरू देवगम के रूप में हुई है. घटना से पूरे इलाके में तनाव फैल गया है और ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. मामला सामने आते ही पुलिस हरकत में आ गई और इस मामले में जांच शुरू कर दी.
मुखिया ने दी पुलिस को सूचना
शनिवार को गांव के मुंडा (मुखिया) ने पुलिस को बताया कि टोंटो थाना क्षेत्र के पुरनापानी बाजार टांड के पास एक युवक की लाश संदिग्ध हालत में पड़ी हुई है. ग्रामीणों को शक था कि युवक की हत्या की गई है, क्योंकि उसके शरीर पर चोट के निशान साफ दिख रहे थे. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और क्षेत्र की घेराबंदी कर शव को कब्जे में लिया. प्राथमिक जांच में यह साफ हो गया कि मौत सामान्य नहीं, बल्कि हिंसक हमले का नतीजा थी.
पुलिस ने की मृतक की पहचान
जांच के दौरान पुलिस ने मृतक की पहचान मुकरू देवगम के रूप में की, जो पुरनापानी गांव में पैरा-टीचर के पद पर कार्यरत था. उसके निधन की खबर मिलते ही गांव में मातम पसर गया. ग्रामीणों ने बताया कि देवगम शांत स्वभाव का व्यक्ति था और गांव के बच्चों को पढ़ाने में हमेशा आगे रहता था. उसकी हत्या से गांव में आक्रोश भी देखने को मिला, वहीं पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के लिए विशेष टीम गठित की है.
SDPO राफेल मुर्मू लीड करेंगे टीम
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए सब-डिविजनल पुलिस ऑफिसर (जगन्नाथपुर) राफेल मुर्मू के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम गठित की गई है. यह टीम घटना स्थल की बारीकी से जांच कर रही थी और हर एंगल पर फोकस कर रही थी. SDPO मुर्मू ने बताया कि शुरुआती जांच में यह संकेत मिले थे कि आरोपी घटना के बाद इलाके से फरार हो गए हैं और पास के जंगल में छिपे हुए हैं. इसी सुराग पर पुलिस ने अपनी रणनीति बनाई.
जंगल से पकड़े गए तीनों आरोपी
जांच में मिले इनपुट के आधार पर पुलिस टीम ने रविवार को पास के जंगल में छापेमारी की. यह अभियान कई घंटों तक चला, जिसके बाद पुलिस ने पुरनापानी गांव के रहने वाले तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस का कहना है कि तीनों आरोपी घटना के बाद से जंगल में लगातार छिपते घूम रहे थे. गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने तीनों को थाने लाकर सख्ती से पूछताछ शुरू की.
विवाद के बाद बिगड़ा मामला
पूछताछ में आरोपियों ने चौंकाने वाला खुलासा किया. उन्होंने बताया कि वे और मृतक मुकरू देवगम साथ बैठकर 'हड़िया' पी रहे थे. इसी दौरान पीड़ित का हड़िया से भरा कटोरा गलती से जमीन पर गिर गया. इसी बात पर कहासुनी शुरू हो गई और देखते ही देखते मामला मारपीट तक पहुंच गया. आरोपियों ने बताया कि गुस्से में आकर उन्होंने लाठियों और पत्थरों से देवगम पर हमला कर दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
जेल भेजे गए आरोपी
तीनों आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने उन्हें कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है. वहीं, पुलिस अब इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या घटना में कोई और व्यक्ति शामिल था या यह विवाद अचानक भड़ककर हिंसक हुआ. SDPO राफेल मुर्मू ने कहा है कि मामले की जांच जारी है और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिलने के बाद कई और बिंदुओं पर स्पष्टता आ जाएगी. इस घटना ने एक बार फिर गांवों में शराब से जुड़े विवादों की गंभीरता को उजागर कर दिया है.
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