इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर और ब्यूटीशियन प्रिया सिंह हिट एंड रन मामले में पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. कासरवडवली पुलिस ने अश्वजीत गायकवाड़, रोमिल पाटील और सागर शेलके को रविवार को धर दबोचा. हालांकि, इस केस में पुलिस की कार्य प्रणाली पर कई सवाल खड़े हुए हैं. पीड़िता प्रिया सिंह ने पुलिस पर सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा कि शनिवार की रात कुछ पुलिसकर्मी उनके पास आए थे. वो लोग किसी कागज पर उनसे जबरन साइन करने के लिए कहने लगे. उनके इंकार के बाद नाराज होकर वहां से चले गए. इसके बाद उन्होंने प्रधानमंत्री से इंसाफ की गुहार लगाई है.
प्रिया सिंह ने बताया, ''शनिवार की रात कुछ पुलिसकर्मी उनके पास आए. वो एक कागज पर साइन करने के लिए दबाव बनाने की कोशिश कर रहे थे. मैंने मना कर दिया क्योंकि मेरे पास कोई वकील नहीं था. न ही मेरे परिवार से कोई था. वो मुझ पर दबाव बना रहे थे. कह रहे थे कि जो होगा कल देख लेना लेकिन अभी साइन कर दो. जब मैंने साइन नहीं किए तो वो नाराज हो गए और चले गए.'' ऐसे में अब सवाल उठता है कि वो पुलिसकर्मी कौन थे? वो किस कागज पर प्रिया से साइन करने के लिए कह रहे थे? ऐसी क्या जल्दी थी कि वो रात में साइन कराने चले आए? पुलिस को इन सवालों के जवाब देने चाहिए.
अपने ही ब्वॉयफ्रेंड के द्वारा कार से किए गए हमले में गंभीर रूप से घायल हुई प्रिया सिंह कहा, ''मुझे प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री पर भरोसा है. मुझे बस न्याय चाहिए." इससे पहले उन्होंने इंस्टाग्राम पर अपना दर्द बयां करते हुए लिखा, ''मेरा दाहिना पैर टूट गया है. इसलिए मेरी सर्जरी हुई है. पैर में रॉड लगानी पड़ी है. पूरे शरीर पर चोट के निशान हैं. मेरी बांहें, पीठ और पेट पर गहरी चोट है. मुझे कम से कम 3-4 महीने तक बिस्तर पर रहना होगा. उसके बाद 6 महीने तक चलने के लिए सहारा लेना होगा. मेरी ही कमाई से मेरा परिवार चल रहा था. मैं अब काम नहीं कर पाऊंगी. मैं उसे 5 साल से डेट कर रही थी.''
यह भी पढ़ें: एक 'स्पाइडर मैन' ज्वेल थीफ की अनोखी कहानी, जिसके कारनामे सुन पुलिस भी हैरान है!
पीड़िता ने बताया कि कैसे उसके कथित ब्वॉयफ्रेंड अश्वजीत ने उसे 11 दिसंबर को सुबह 3 बजे कोर्टयार्ड होटल में बुलाया था. वहां प्रिया ने अश्वजीत को उसकी बीवी के साथ देख लिया. इसकी वजह से दोनों में कहासुनी हुई. उसने वहीं होटल में प्रिया के साथ मारपीट की थी. उसे थप्पड़ भी मारा था. इसमें उसके दोस्तों रोमिल, प्रसाद और शेल्के ने भी उसका साथ दिया. जब वो अपना बैग और मोबाइल लेने के लिए कार की तरफ भागी तो डिवाइडर के पास उसकी पीठ पर टक्कर मारी गई. इसके बाद उस पर कार चढ़ाकर आरोपी अंधेरे में भाग गए. गंभीर हालत में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका ऑपरेशन भी हुआ.
पुलिस ने प्रिया सिंह की बहन की तहरीर के आधार पर आईपीसी की धारा 279 (रैश ड्राइविंग), 323 (जानबूझकर चोट पहुंचाना), 338 (गंभीर चोट पहुंचाना), 504 (किसी को उकसाने के लिए जानबूझकर उसका अपमान करना) और 34 के तहत केस दर्ज किया था. दूसरी तरफ आरोपी अश्वजीत के परिवार की ओर से कहा गया, 'यह सुबह 3 बजे की बात नहीं है, बल्कि रात के 1:30 या 2 बजे थे. लड़की ने उस समय अश्वजीत से मिलने की इच्छा जताई और उसे मैसेज करना शुरू कर दिया. कोर्टयार्ड होटल भी पहुंच गई. पार्टी में जबरदस्ती शामिल हो गई. वहां अश्वजीत अपने दोस्तों और परिवार के साथ था. युवती नशे में थी.''
aajtak.in