हरियाणा के रोहतक में कांग्रेस कार्यकर्ता हिमानी नरवाल हत्याकांड से जुड़ा एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है. इस सीसीटीवी फुटेज में हिमानी की हत्या का आरोपी सचिन एक काले रंग का ट्राली बैग ले जाते हुए दिख रहा है. ये फुटेज 28 फरवरी को रात 10 बजे हिमानी के घर के पास रिकॉर्ड हुआ है. इसी सूटकेस में पीड़िता का शव 1 मार्च की सुबह 11 बजे सांपला बस स्टैंड के पास पड़ा हुआ मिला था.
रोहतक में एडिशनल डीजीपी के के राव ने बताया कि इस मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया था. आरोपी सचिन हरियाणा के झज्जर जिले का रहने वाला है. वहां वो मोबाइल फोन की दुकान चलाता है. उसे दिल्ली में गिरफ्तार किया गया था. आरोपी पिछले डेढ़ साल से सोशल मीडिया के जरिए हिमानी के संपर्क में था. उसके रोहतक स्थित घर पर आता-जाता था.
हिमानी नरवाल रोहतक के विजय नगर में अपने पुश्तैनी घर में अकेली रहती थी. 27 फरवरी को आरोपी उसके घर आया. दोनों के बीच किसी बात को लेकर बहस हुई. इसके बाद सचिन ने वायर्ड मोबाइल फोन चार्जर से हिमानी का गला घोंट दिया. उसकी मौके पर ही मौत हो गई. हत्या के बाद सचिन उसके गहने, लैपटॉप, अंगूठी लेकर झज्जर चला गया. वहां अपनी दुकान में इन सामानों को छुपा दिया.
उसी रात उसने शव को काले सूटकेस में भरकर बैग और खून से सने रजाई के साथ ऑटोरिक्शा में सवार हो गया. सांपला बस स्टैंड के पास उतर उसने सूटकेस फेंक कर फरार हो गया. हिमानी और सचिन के बीच झगड़ा क्यों हुआ था, इसकी जानकारी अभी नहीं मिल पाई है. पुलिस रिमांड के दौरान उससे पूछताछ की जाएगी. इस केस की जांच के लिए एसआईटी समेत आठ टीमें गठित की गई थीं.
पुलिस टीम को जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज हाथ लगा, जिसके जरिए आरोपी की पहचान कर ली गई इससे पहले हिमानी नरवाल के परिवार ने कातिल की गिरफ्तारी होने तक उसके शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया था. उसकी मां सविता ने कातिल के लिए फांसी की सजा की मांग की है. उन्होंने कहा, "मैं अपनी बेटी के हत्यारों के लिए फांस की सजा चाहती हूं. तभी उसे न्याय मिलेगा."
हिमानी की मां ने कहा था, "मैंने आखिरी बार 27 फरवरी को उससे बात की थी. उसने कहा था कि वो अगले दिन पार्टी के कार्यक्रम में व्यस्त रहेगी, लेकिन बाद में उसका फोन बंद मिला. जब तक मेरी बेटी को न्याय नहीं मिल जाता, हम उसका अंतिम संस्कार नहीं करेंगे." हिमानी एलएलबी कर रही थी. कांग्रेस की एक समर्पित कार्यकर्ता थीं. राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में भी हिस्सा लिया था.
अरविंद ओझा