राजस्थानः रिश्वतकांड में बारां के पूर्व कलेक्टर गिरफ्तार, पिछले दिनों घूस लेते पकड़ा गया था PA

राजस्थान में पिछले दिनों आईएएस इंद्र सिंह राव के पीए को एक पेट्रोल पंप के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) जारी करने के एवज में एक लाख चालीस हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए एसीबी ने रंगे हाथों पकड़ा था. इंद्र सिंह को उनके पीए की गिरफ्तारी के बाद इस महीने की शुरुआत में बारां कलेक्टर के पद से हटा दिया गया था.

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रिश्वतकांड में बारां के पूर्व कलेक्टर गिरफ्तार (सांकेतिक तस्वीर) रिश्वतकांड में बारां के पूर्व कलेक्टर गिरफ्तार (सांकेतिक तस्वीर)

देव अंकुर

  • जयपुर,
  • 23 दिसंबर 2020,
  • अपडेटेड 8:34 PM IST
  • एसीबी कार्यालय में आज पूछताछ के लिए बुलाया गया था
  • पीए को 1.40 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया
  • PA की गिरफ्तारी के बाद कलेक्टर पद से हटा दिया गया था

राजस्थान के एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने आज बुधवार को बारां के पूर्व कलेक्टर और भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के अफसर इंद्र सिंह राव को गिरफ्तार कर लिया है. इंद्र सिंह राव राजस्थान में पहले IAS अफसर हैं, जो राज्य में कलेक्टर के पद पर रहे और उन्हें ACB द्वारा गिरफ्तार किया गया. इंद्र सिंह को आज जयपुर के एसीबी कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया गया था जहां उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.

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इससे पहले पिछले दिनों आईएएस इंद्र सिंह राव के पीए को एक पेट्रोल पंप के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) जारी करने के एवज में एक लाख चालीस हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए एसीबी ने रंगे हाथों पकड़ा था. इंद्र सिंह को उनके पीए की गिरफ्तारी के बाद इस महीने की शुरुआत में बारां कलेक्टर के पद से हटा दिया गया था.

एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने इंद्र सिंह राव के निजी सहायक (पीए) महावीर नागर को 8 दिसंबर को 1.40 लाख रुपये की कथित रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था. निजी सहायक के रंगे हाथ पकड़े जाने के बाद अब इंद्र सिंह के खिलाफ एक्शन लिया गया है.

एसीबी की कार्रवाई के बाद राज्य सरकार ने तत्कालीन जिला कलेक्टर इंद्र सिंह राव को एपीओ कर दिया था. इस मामले में उनसे से भी पूछताछ की जा रही थी.

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इस प्रकरण पर एसीबी के महानिदेशक भगवान लाल सोनी ने कहा था कि परिवादी ने एंटी करप्शन ब्यूरो में शिकायत दी थी कि उसके पेट्रोल पंप की एनओसी जारी करने के एवज में जिला कलेक्टर के पीए महावीर ने दो लाख 40 हजार रुपये की रिश्वत मांगी.

इसके बाद ब्‍यूरो ने शिकायत का सत्यापन करवाने के बाद बारां में महावीर नागर को परिवादी से 1.40 लाख रुपये की कथित रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद भगवान लाल सोनी ने बताया कि शुरुआती पूछताछ में आरोपी ने रिश्वत राशि में से एक लाख रुपये बारां के कलेक्टर के लिए और 40 हजार रुपये खुद के लिए लेना स्वीकार किया था.

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